Most Dangerous Airports: हवाई जहाज़ यात्रा करने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है, आप चंद मिंटो में कई किलोमीटर का सफर तय कर सकतें हैं। इसमें सिर्फ एक दिक्कत है क़ि हवाई जहाज़ को उतरने के लिए काफी लम्बे रनवे या हवाईपट्टी क़ि जरूररत होती है, जो सब जगह मौजूद नहीं होती। छोटी हवाई पट्टियों पे आपको चाहिए एक बहुत ही कुशल पायलट जो आपके जहाज़ को हर दुर्गम जगह से निकाल दे, तो आइये आज देखते है दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक एयरपोर्ट।Read more: latest trending flypped hindi updates
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के साथ बढ़े ‘‘तनाव को कम’’ करने के लिए पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है । पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि, देश के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को सोमवार को पत्र भेजकर दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में उनकी मदद मांगी ।बता दें कि, कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में करीब 40 जवान शहीद हो गए । इस हमले की जिम्मेदारी खुद पाकिस्तान के आतंकी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है । इस हमले से भारत और पाकिस्तान के बीच अब तनाव की स्थिति पैदा हो गई है । कुरैशी ने अपने पत्र में लिखा, ‘‘मैं भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ बल प्रयोग के खतरे के कारण हमारे क्षेत्र में खराब हो रहे सुरक्षा हालात की ओर आपका ध्यान आकर्षित करता हूं.’’भारत ने कश्मीर मामले पर किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को नकार दिया है और वह कहता आया है कि भारत एवं पाकिस्तान के संबंधों से जुड़े सभी मामलों को द्विपक्षीय तरीके से सुलझाया जाना चाहिए। कुरैशी ने अपने पत्र में कहा कि भारतीय सीआरपीएफ जवानों पर पुलवामा में हमला स्पष्ट तौर पर एक कश्मीर निवासी ने किया था.
यहां तक कि भारत ने भी यही कहा है ।https://www.abstarnews.com/2019/02/20/security-situation-worsening-in-our-area-due-to-threat-of-force-use-against-pakistan-quraishi/
वैज्ञानिक इस बात पर भी ध्यान दे रहे हैं कि कुछ मामलों को छोड़कर जो मरीज कोरोना वायरस की वैक्सीन के बिना ठीक हुए हैं उन्हें यह वायरस दोबारा छू भी नहीं रहा है।
पूरी दुनिया कोरोना वायरस की मार झेल रही है। इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को ही कारगर तरीका बताया गया। इसे प्रभावी ढ़ंग से लागू करने के लिए तमाम देशों ने लॉकडाउन का रास्ता चुना। लेकिन कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कब तक कोरोना वायरस से बचने के लिए छिपकर बैठना होगा। इस बीच चर्चा होने लगी है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए हर्ड इम्यूनिटी विकसित करने के बार में सोचना चाहिए। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि हर्ड इम्युनिटी यानी सामूहिक प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाए तो कोरोना वायरस से मुकाबला करना आसान हो जाएगा।
अमेरिका में पहले मरीजों पर शुरू हुआ कोरोना वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल
दुनिया भर के कई देश अलग अलग तरीके से कोरोना वायरस का सामना कर रहे हैं। कोई वायरस से बचने के लिए घरों में रहने की सलाह दे रहा है तो कोई घर से बाहर निलकर कोरोना वायरस से लड़ने की बात पर अड़ा है। कोरोना से लड़ने का पहला रास्ता कहता है कि घर पर ही रहो और दूसरा रास्ता कहता है घरों से बाहर निकलो। कहा जा रहा है कि जब तक लोग घरों में हैं तब तक ही ठीक हैं लेकिन जैसे ही वो बाहर निलेंगे तो वायरस उन्हें घेर लेगा। इसलिए इस वायरस का डटकर सामना करने की बात कही जा रही है। जितने ज्यादा लोग संक्रमित होंगे इंसानों के शरीर में वायरस से लड़ने की उतनी ही क्षमता पैदा होगी। इसे ही हार्ड इम्युनिटी कहते हैं।