नयी दिल्ली: किसान नेता राकेश टिकैत ने लाल किला परिसर में कल लोगों के प्रवेश करने तथा धार्मिक झंडा फराये जाने की घटना की जांच कराने की मांग की है ।झंडा फहराये जाने वालों को चिन्हित किया जायश्री टिकैत ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में लाल किला में घुसने और वहां झंडा फहराये जाने वालों को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की । उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले लोगों का किन राजनीतिक दलों और व्यक्तियों से संबंध था इसकी जांच करायी जानी चाहिये । निर्धारित मार्ग पर किसान मोर्चे की परेडउन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से लाल किला जाने का आह्वान नहीं किया था वे पहले से निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ रहे थे । उन्होंने कहा कि परेड के लिए पहले से निर्धारित कुछ मार्गों की घेराबंदी की गयी थी जिसकी भी जांच करायी जानी चाहिये ।पुलिस कर्मियों पर ट्रैक्टर चढाने का प्रयास करने वाले की हो पहचानकिसान नेता ने कहा कि जिस किसी ने भी पुलिस कर्मियों पर ट्रैक्टर चढाने का प्रयास किया उनकी पहचान की जानी चाहिये और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिये । किसान संगठनों और पुलिस के बीच समझौते के बाद गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी में किसान परेड निकालने पर सहमति बनी थी ।उल्लेखनीय है कि कल किसान परेड के दौरान काफी लोग ट्रैक्टर के साथ लाल किला परिसर में घुस गये थे और वहां एक धार्मिक झंडा फहराया था और तोड़फोड की थी । किसान संगठन तीन कृषि सुधार कानूनों को रद्द करने तथा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने की मांग को लेकर 63 दिनों से राजधानी की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ।
CWC की बैठक में कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए। सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित किया।कोरोना संकट के बीच कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कोरोना वायरस के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों पर चिंता जाहिर की है। सोनिया गांधी का कहना है कि देश में अभी टेस्टिंग बहुत कम संख्या में हो रही है, इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है, जो गंभीर बात है।राज्यपाल जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान, ये राजनीतिक रोटियां सेंकने का समय नहीं हैCWC की बैठक में कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए। सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित किया। उनका कहना है कि जब सभी को एक साथ होकर इस महामारी से लड़ना चाहिए था तो बीजेपी उस समय नफरत के वायरस फैला रही है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो भी सुझाव दिए जा रहे हैं उनपर मोदी सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना वायरस से जंग में जो स्वास्थ्यकर्मी दिन रात लड़ रहे हैं उन्हें सरकार अच्छी क्वालिटी के पीपीई किट मुहैया कराने में असफल रही है।सोनिया गांधी ने आगे कहा कि मुश्किल के इस वक्त में सरकार को गरीब, मजदूरों और किसानों के खाते में 7500 रुपये डालने चाहिए। जिससे वो अपने परिवार का पेट भर सके। किसानों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से देश का किसान काफी परेशान है। अस्पष्ट खरीद नीतियों के अलावा सप्लाई चेन में आ रही परेशानी ने किसानों को बेहाल कर दिया है। सरकार को किसानों की समस्या को सुनकर इसका समाधान करना चाहिए। अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- जनता के साथ धोखाकेंद्र सरकार पर टेस्टिंग के आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि हमने बार-बार सरकार से कहा कि वो टेस्टिंग की गति को बढ़ाये। क्योंकि इस महामारी से लड़ने के लिए एक सबसे बड़ा हथियार टेस्टिंग ही है। लेकिन सरकार सुनने को ही तैयार नहीं है। देश में टेस्ट का अनुपात काफी कम है। इसके अलावा कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए डॉक्टरों को जो पीपीई किट दी जा रही है वो भी अच्छी क्वालिटी की नहीं है।AB STAR NEWS के ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं.
Delhi Elections 2020: दिल्ली में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा के लिए जो घोषणा पत्र जारी किया वह संकल्प पत्र नहीं ‘झांसा पत्र’ है।Delhi Elections 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा (BJP) ने शुक्रवार (31 जनवरी 2020) को अपना ‘संकल्प पत्र’ जारी किया। BJP ने इस घोषणा पत्र में दिल्ली की जनता से कई सारे वादे किए हैं, जिसकोे लेकर विपक्ष ने प्रतिक्रिया देते हुए कई सवाल खड़े किए हैं।दिल्ली में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि ‘यह संकल्प पत्र नहीं ‘झांसा पत्र’ है, भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जो वादे किए थे। उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया। जब विपक्ष ने उन वादों पर सवाल खड़े किए और वादों पर जवाब मांगा तो उन वादों को सरकार ने जुमला बता दिया। इस बार फिर से दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़े-बड़े वादे किए हैं। चुनाव जीतने के बाद एक भी वादा पूरा होने वाला नहीं है।’सुभाष चोपड़ा ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा के अपने चुनाव घोषणा पत्र में 10 लाख रोजगार देने की बात की है, जबकि भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में पूरे देश में
https://www.abstarnews.com/universal/national/development-of-farmers-through-contract-farming/किसान संगठन लगातार सरकार से बात करने से इनकार कर रहे हैं।केन्द्र सरकार ने जिस तरह किसानों से बार बार निवेदन किया उससे भी भारतीय किसान यूनियन से जुड़े संगठन राजी नहीं हैं । दरअसल किसानों के प्रदर्शन कर रहे गुट हर हाल में बिल को वापस लेने से कम पर राजी नहीं है। किसानों को कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी सीधे तौर पर कर रही है ।राहुल गांधी इस मामले पर लगातार ट्विट कर रह हैं कि सरकार किसान विरोधी है।देश के 5 राज्यों में चुनाव होने है जिसमें निकाय चुनावों के अलावा पंचायत चुनाव भी अहम हैं।ऐसे में सरकार को किसान विरोधी दिखा कर विपक्ष सत्ता में वापसी का रास्ता तलाश रहा है । केन्द्र की मोदी सरकार किसानों को बार बार समझा रही है की जिस तरह का भ्रम फैलाया जा रहा है वह बेबुनियाद है ।
यूँ तो भारत में शादी को जन्म जन्मान्तर का बंधन माना जाता है लेकिन चीन में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। हनीमून के ठीक बाद कपल कोर्ट पहुँच गया जहाँ दुल्हे ने तलाक की मांग राखी। इस घटना ने कोर्ट तथा अन्य लोग वाकई हैरान रह गयें।चीनी अख़बार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार यह घटना युन्नान प्रान्त की है। लड़की पेशे से नर्स तथा लड़का एक कॉलेज स्टूडेंट है। लड़के का कहना है की उनदोनों में प्रेम सम्बन्ध थें बाद में जिसका ब्रेकअप हो गया जिससे रिश्ता उसी समय ख़त्म हो गया था। लेकिन लड़की ने बार बार जोर देकर परेशान कर दिया था जिससे उसको शादी के लिए राजी होना पड़ा।वकीलों द्वारा किये गए अवैध कब्जे पर हाई कोर्ट हुआ सख्त, तत्काल कार्यवाई का आदेशकोर्ट कोई चहलकदमी की जगह नही जहाँ जब मर्जी हो चले आएं: सुप्रीम कोर्टक्या हुआ जब वर्चुअल सुनवाई के दौरान जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का संपर्क टूट गयाखुली कोर्ट में सुनवाई की मांग ने पकड़ी रफ़्तार, इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता वर्चुअल सुनवाई से असंतुष् बीच भावनात्मक स्तर का कोई रिश्ता अब शेष नही रहा इसलिए उसे तलाक चाहिए। अब इस रिश्ते से मुक्त होना चाहता है। वहीँ पत्नी ने कोर्ट में लड़के से हर्जाने के तौर पर 3 लाख युआन (लगभग 34 लाख रुपये ) की मांग की है।कोर्ट ने इस मांग से हैरान होते हुए कहा की यह साबित नही हो पाया है की दंपत्ति के बीच भावनात्मक रिश्ता ख़त्म हो चूका है। कोर्ट ने याचिका को ख़ारिज कर दिया तथा दंपत्ति को हनीमून मनाने की सलाह दी।
सपा और बसपा को लेकर के बीच गठबंधन को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन से अपना हाथ पीछे कर लिए है।सपा और बसपा को लेकर के बीच गठबंधन को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन से अपना हाथ पीछे कर लिए है। इसी को लेकर मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हमारे रिश्ते ऐसे ही बने रहेंगे। क्योंकि हमारा रिश्ता राजनीति के स्वार्थ से कही उपर है। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार की वजह से दुख हुआ लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि इससे हमारे रिश्ते खराब हो जाएंगे। हम हमेशा साथ रहेंगे। Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75वहीं माया ने आगे कहा कि इस बात का दुख है कि यादव बहुमुल्यों पर भी यादव हारे हैं। चुनाव के नतीजे बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करते हैं। सपा की हार पर बहुत दुख हुआ है। इससे हमारे रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम सुख दुख में हमेशा साथ रहेंगे। मैंने सारे गिले शिकवे मिटाकर गठबंधन किया था। लेकिन इस हार की वजह से यूपी चुनाव बसपा अकेले लड़ेंगी। बीजेपी से लड़ने का मौका सपा ने गवाया है। Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75बता दें कि साथ सपा पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि सपा में सुधार की बहुत जरूरत है। लेकिन अगर अखिलेश नहीं बदलते हैं तो अकेले चलना बेहतर है। अगर अखिलेश पार्टी में बदलाव करते हैं तो साथ रहेंगे। यूं तो गठबंधन से हमे खास सफलता नहीं मिली है। हालांकि चुनाव में ईवीएम की ख़राबी की भी मुख्य अहम भूमिका रही है। जिस तरह से लोकसभा चुनाव में हार मिली है उसे देखते हुए उप चुनाव अकेले लड़ेंगे। Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75 Up 75