लखनऊ—-पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के खिलाफ राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर थाने में एक और मुकदमा दर्ज कराया गया है।यह मुकदमा गोमतीनगर थाने के उपनिरीक्षक धनंजय सिंह की तहरीर पर दर्ज किया गया है।जिसमे गिरफ्तारी के दौरान अमिताभ ठाकुर पर पुलिस टीम से अभद्रता और नूतन ठाकुर पर पुलिस टीम से अभद्रता, मारपीट, हमला एयर सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न करने का आरोप है।गौरतलब है कि दिल्ली में 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर दुष्कर्म पीड़िता और उसके साथी ने आत्मदाह कर लिया था।दोनों ने आग लगाने से पहले फेसबुक लाइव कर दुष्कर्म के आरोपी सांसद अतुल राय पर आरोप लगाये थे।इसके साथ ही अमिताभ पर सांसद की मदद करने और बदनाम करने के आरोप लगाए थे।https://lawtrend.in/amitabh-thakur-par-ek-naya-case-darj/
जेएनयु विवाद पर पुलिस अब मामले की छानबीन में जुट गयी है। इसमे अब जेएनयु की छात्रा नेता आईशी घोष के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। ❍ क्या है पूरा मामला।पुलिस ने आईशी घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की क्योकि 4 जनवरी 2020 को जेएनयु के सर्वर रूम में तोड़फोड़ और सुरक्षा गार्डो पर हमला करने के आरोप में आईशी घोष और 19 अन्य लोगो पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।पुलिस ने डिटेल में सब के नाम लिखे है।❍ छात्रा नेता और अन्य पर तोड़ फोड़ का आरोप।आईशी घोष और अन्य छात्रों पर जेनयु प्रशासन की शिकायत के बाद ही पुलिस ने यह एफआईआर दर्ज की है। इसमे छात्रा नेता आईशी घोष के अल्वा 19 और छात्र पर सर्वर रूम में तोड़ फोड़ का आरोप और सिक्योरिटी गार्ड से मारपीट का भी आरोप लगा है।जेएनयु परशासन ने 5 जनवरी को शिकयात दर्ज करवाई थी। इसके बाद ही यह एफआईआर दर्ज की गयी है।❍ जेएनयु के हॉस्टल में हिंसा।रविवार को जेएनयु के हॉस्टल में शाम के समय हिंसा हुई और तोड़फोड़ की गयी। नकाबपोश लोगो ने खूब हिंसा की। छात्रों और टीचर्स के साथ भी मारपिट की गयी।छात्रा नेता आईशी घोष के साथ भी मारपिट की गयी।पुलिस अब इन लोगो की तालाश शुरू कर चुकी है और इन लोगो को ढूंढा जा रहा हैऔर अधिक पढ़ें: jnu latest news today
CWC की बैठक में कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए। सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित किया।कोरोना संकट के बीच कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कोरोना वायरस के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों पर चिंता जाहिर की है। सोनिया गांधी का कहना है कि देश में अभी टेस्टिंग बहुत कम संख्या में हो रही है, इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है, जो गंभीर बात है।राज्यपाल जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान, ये राजनीतिक रोटियां सेंकने का समय नहीं हैCWC की बैठक में कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए। सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित किया। उनका कहना है कि जब सभी को एक साथ होकर इस महामारी से लड़ना चाहिए था तो बीजेपी उस समय नफरत के वायरस फैला रही है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो भी सुझाव दिए जा रहे हैं उनपर मोदी सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना वायरस से जंग में जो स्वास्थ्यकर्मी दिन रात लड़ रहे हैं उन्हें सरकार अच्छी क्वालिटी के पीपीई किट मुहैया कराने में असफल रही है।सोनिया गांधी ने आगे कहा कि मुश्किल के इस वक्त में सरकार को गरीब, मजदूरों और किसानों के खाते में 7500 रुपये डालने चाहिए। जिससे वो अपने परिवार का पेट भर सके। किसानों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से देश का किसान काफी परेशान है। अस्पष्ट खरीद नीतियों के अलावा सप्लाई चेन में आ रही परेशानी ने किसानों को बेहाल कर दिया है। सरकार को किसानों की समस्या को सुनकर इसका समाधान करना चाहिए। अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- जनता के साथ धोखाकेंद्र सरकार पर टेस्टिंग के आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि हमने बार-बार सरकार से कहा कि वो टेस्टिंग की गति को बढ़ाये। क्योंकि इस महामारी से लड़ने के लिए एक सबसे बड़ा हथियार टेस्टिंग ही है। लेकिन सरकार सुनने को ही तैयार नहीं है। देश में टेस्ट का अनुपात काफी कम है। इसके अलावा कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए डॉक्टरों को जो पीपीई किट दी जा रही है वो भी अच्छी क्वालिटी की नहीं है।AB STAR NEWS के ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं.