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2022-08-02
प्रेम विशेषज्ञ पंडित अरुण शर्मा जी तेजी से उत्तर के लिए कुछ घंटों के नाम पर सभी परेशानी का जवाब देते हैं। यहां तक कि, आपके बुरे समय में भी, वह आपके साथ खड़ा होने वाला सबसे सरल व्यक्ति है। एक समृद्ध और आकस्मिक रूप से अस्तित्व का सपना हर शरीर देखता है, हालांकि आप बिना प्रयासों के महसूस करते हैं कि इच्छाएं किसी भी तरह से सच नहीं होती हैं। अब गलत रास्ते पर जाने का कोई खतरा नहीं है, इस तथ्य के कारण कि हमारा ज्योतिष आपके आदर्श अस्तित्व साथी को स्नेह ज्योतिष विशेषज्ञ के नीचे चुनने का विकल्प प्रदान करता है और उसके बाद आप इस तथ्य के कारण स्नेह अस्तित्व का आदर्श मार्ग बना सकते हैं कि हम किसी भी तरह से नहीं हैं आवश्यकता है जिसे आप स्नेह के चौथे अक्षर पर बड़े निश्चय के साथ विचार करते हैं। यही कारण है कि दिखावे के कारण सभी प्रेम परेशानियां सामने आती हैं। तो जब आपको किसी भी तरह की प्रेम परेशानी होती है तो ग्रहों का आपके प्रारंभ चार्ट में भयानक कार्य होता है, कौन से ग्रह आपके प्रारंभ समय में प्रेम प्रयास करते हैं। यानि कि ग्रह प्रेम के प्रयासों से प्रेम में परेशानी पैदा करते हैं।Hindu Love Specialist Panditयह स्नेह ज्योतिष और वशीकरण विशेषज्ञ प्रसाद के माध्यम से व्यवहार्य हो सकता है। भारत के उच्च कोटि के और क्षेत्र के जाने माने ज्योतिषी कौन है। खैर जो प्यार में पड़ जाते हैं, उन्हें अपने साथी के साथ शादी करने की जरूरत होती है और उन्हें अपने अस्तित्व की उपलब्धि प्यार को देखने की जरूरत होती है। इसलिए यदि आप अपने सपनों के साथी के साथ शादी करना चाहते हैं, जो आपकी पसंद का प्यार है, लेकिन आपको प्रेम विवाह करने में परेशानी हो रही है, तो आप अपने प्यार के बारे में चिंता न करें क्योंकि यहाँ हमने इसका उत्तर दिया है प्रेम ज्योतिष विशेषज्ञ। वह आपके प्यार के साथ-साथ लव मैरिज करने में भी आपकी मदद करता है।जो लोग अमेरिका में सरलतम उच्च-गुणवत्ता और भरोसेमंद और शक्तिशाली ज्योतिष परामर्श प्रसाद की तलाश कर रहे हैं, वे यह जानकर बेहद संतुष्ट हो सकते हैं कि गुरुजी 24 घंटे के भीतर उनकी सभी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। उनके रहस्योद्घाटन ने अतीत के भीतर कई मनुष्यों की मदद की है। जो कोई भी एक बार अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उनके पास जाता है वह कभी निराश नहीं होता है। उनके ज्ञान के क्षेत्रों में विवाह ज्योतिष परामर्श, काला जादू परामर्श, डेटिंग ज्योतिष परामर्श, पेशे ज्योतिष परामर्श, आदि शामिल हैं। यह उन्हें नई दिल्ली में उच्च गुणवत्ता वाला भारतीय ज्योतिषी बनाता है। पूरी तरह से खुशहाल अस्तित्व और एक ऐसे अस्तित्व को चलाने के लिए अभी उससे संपर्क करें जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।
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2022-06-11
Post Highlightमीडिया साक्षरता शिक्षा Media Literacy Education एक विधि है, जिसके माध्यम से हम मीडिया साक्षरता कौशल Media Literacy Skills में सुधार कर सकते है। ये तो हम सब जानते हैं कि पूरे संसार में घटी हुई विभिन्न घटनाओं की जानकारी हमें मीडिया के माध्यम से ही मिलती है। यदि ये जानकारी सकारात्मक रूप से पेश की जाती है तो समाज में ईमानदारी शांति, नैतिकता, सौहार्द कायम रह सकता है और यदि यही जानकारी नकारात्मक तरीके से पेश की जाती है तो समाज में भ्रष्टाचार लालच, भय, द्वेष, दुर्भावना, दंगे, असंतुलन और अव्यवस्था फ़ैल जाती है। इन सभी चीज़ों को देखते हुए मीडिया साक्षरता आज के समय में बहुत जरुरी है। मीडिया साक्षरता का अर्थ Media Literacy Meaning है बच्चों को या लोगों को मीडिया के प्रति जागरूक बनाना और समाज में मीडिया के फैलते स्वरूप और बहुत बड़े स्तर पर उनके प्रभाव को देखते हुए उन्हें मीडिया के बारे में जागरूक करना।आज के समय में मीडिया की उपयोगिता एवं भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण हो गयी है। यहाँ तक कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ भी कहा जाता है। क्योंकि मीडिया की जनता को जागरूक करने में बहुत बड़ी भूमिका होती है। दरअसल समाज के निर्माण में सूचनाओं का बहुत अहम् योगदान होता है और इन्हीं सूचनाओं को जन-जन तक पहुँचाने का काम करता है मीडिया। मीडिया से रीलेटेड आज के समय मे कई टर्म्स इस्तेमाल होने लगे हैं। न्यूज़ और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में मीडिया शब्द का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नही लोग मीडिया के अर्थ को न्यूज़ के संदर्भ में भी देखते हैं। आज मीडिया का हस्तक्षेप media intervention हमारे जीवन के हर हिस्से में है, चाहे वह हमारा व्यक्तिगत जीवन हो या सामाजिक। प्रायः हम सूचनाओं की प्राप्ति के लिए और किसी सूचना को आम जनमानस तक प्रेषित करने के लिए मीडिया पर ही आश्रित रहते हैं। सूचनाओं का प्रसार और लोगों पर उसका प्रभाव, इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम किस माध्यम का चयन कर रहे हैंमीडिया साक्षरता (Media Literaकिसी भी समाज के निर्माण व संचालन में सूचनाओं का अहम योगदान होता है और इन सूचनाओं को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति या एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में मीडिया अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पढ़ने और लिखने की क्षमता को आमतौर पर "साक्षरता" कहा जाता है। साक्षरता पढ़ने और मीडिया साक्षरता के बीच बहुत समानताएं हैं। अक्षर पहचान पढ़ना सीखने का पहला चरण है। पाठक जल्द ही शब्दों को पहचानने में सक्षम होंगे और अधिक महत्वपूर्ण रूप से, उनके अर्थों को समझ सकेंगे। पाठक पुस्तक के साथ अपने अनुभवों के परिणामस्वरूप लेखक बनते हैं। पाठक और लेखक साक्षरता में दक्षता हासिल करते हैं क्योंकि वे अनुभव प्राप्त करते हैं। विभिन्न प्रकार के मीडिया को पहचानने और उनके द्वारा दिए गए संदेशों को समझने की क्षमता को मीडिया साक्षरता के रूप में जाना जाता है। मीडिया साक्षरता को जानना और समझना हम सबके लिए बहुत जरुरी है तभी जाकर हम एक अच्छे समाज का निर्माण करने में अपनी भागीदारी दे सकते हैं तो चलिए जानते हैं क्या है मीडिया साक्षरता और इसका क्या महत्व है।मीडिया और मीडिया साक्षरता के बीच अंतर (Difference Between Media And Media Literacy)-आज हम बतायेंगे आपको मीडिया और मीडिया साक्षरता के बीच अंतर। मीडिया Media प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से समाज में योगदान दे रहा है और वे अपने उत्तरदायित्वों के निर्वहन के समय समाज पर कैसा प्रभाव छोड़ रहे हैं, ये जानना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि आज मीडिया का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव Positive impact, के साथ साथ नकारात्मक प्रभाव negative impact भी अधिक पड़ रहा है। हम मीडिया की उपयोगिकता, समाज में उनकी शक्ति और उनके महत्व को नकार नहीं सकते हैं लेकिन साथ साथ उनके नकारात्मक प्रभाव को भी अनदेखा नहीं कर सकते हैं। मीडिया ने जहाँ जनता को जागरूक कर निर्भीक बनाने का और पूरे विश्व में घटित विभिन्न घटनाओं की जानकारी देने और भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम किया है वहीं दूसरी ओर मीडिया ने चटपटी खबरों को ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर पेश करना और, अराजकता और अफवाह वाली खबरे प्रकाशित करना, खबरों को तोड़-मरोड़कर पेश करना, लालच में सत्तारूढ़ दल की चापलूसी करना और लालच, भय, राजनैतिक जाल में फंसकर अपनी भूमिका को खराब भी किया है। मीडिया के इस आचरण से समाज में अव्यवस्था फ़ैल रही है। इन्हीं सब चीज़ों को समझने के लिए आजकल एक शब्द का इस्तेमाल बहुत अधिक किया जा रहा है वो है Media Literacy मीडिया साक्षरता।मीडिया के प्रति जागरूक (Media Conscious)-आज हमारे पास इतनी सूचनाओं का अंबार Pile of information होता है कि हम सही और गलत में फर्क नहीं कर पाते हैं। इस समय राजनीतिक विचारधारा, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर हर दिन झूठी खबरें आती हैं। वहीं अगर देखा जाये तो आज मीडिया का हस्तक्षेप हमारे जीवन के हर हिस्से में हैं, चाहे वह हमारा व्यक्तिगत जीवन हो या सामाजिक। हम सब आजकल मीडिया पर बहुत अधिक निर्भर भी हो गए हैं, फिर चाहे हमें किसी सूचना को प्राप्त करना हो या फिर किसी सूचना को लोगों तक पहुँचाना हो। अब लोगों पर उसका प्रभाव कैसा पड़ता है यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि मीडिया ने उसे किस तरह से परोसा है। मीडिया साक्षरता का अर्थ सिर्फ अखबार, रेडियो और टेलीविज़न का प्रशिक्षण देने से नहीं है बल्कि लोगों को मीडिया के प्रति जागरूक Media conscious बनाने से है। पहले टेलीविजन, रेडियो और अखबार के द्वारा ही सूचनाओं का आदान प्रदान होता था लेकिन आज सोशल मीडिया Social media के द्वारा भी सूचनाओं का आदान-प्रदान बहुत सरल हो गया है। क्योंकि आज शायद ही कोई ऐसी जगह है जहाँ मोबाईल और इंटरनेट Mobile and internet की पहुँच न हो। जिसके कारण लोग सोशल मीडिया पर चलने वाली हर ख़बर और हर बात पर बिना सोचे समझे विश्वास कर लेते हैं। जिसका नतीजा बहुत ही भयानक रूप ले रहा है इसलिए मीडिया साक्षरता के द्वारा समाज में होने वाली चीज़ों के प्रति सही समझ उत्पन्न करने और नज़रिए में पारदर्शिता लाना जरुरी है। क्योंकि झूठी ख़बरों के द्वारा लोग मानसिक रूप से परेशान रहने लगे हैं।Tags: media literacy, media literacy education, media literacy skillsइस लेख को पूरा पढ़ने के लिए कृपया लिंक पर क्लिक करें -लेटेस्ट हिंदी बिज़नेस न्यूज़ पढ़ने के लिए कृपया लिंक पर क्लिक करें -
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2021-11-24
इस लेख में हम jalne par kya kare जानेंगे। आग से जलने के कारण त्वचा पर प्रभावित जगह लाल हो जाती है, और ज्यादा जलने पर फफोले आ जाते हैं। भाप (वाष्प) से जलने के कारण भी ऐसा होता है। जलने के कारण प्रभावित हिस्से में असहनीय जलन होती है। यदि जलन गंभीर है तो मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए। यदि लक्षण गंभीर नहीं है तो जलने का घर पर ही प्राथमिक उपचार किया जा सकता है।
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2022-04-17
इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की Goldfish ka Scientific Naam Kya hai साथ ही यहाँ हम गोल्डफिश के प्रकार की चर्चा विस्तार से करेंगे ताकि आपको गोल्डफिश की सारी जानकारी मिल सके. चलिए अब देखते है की गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है. इसके फेमस होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की अगर किसी को मछली पालने का ख्याल आता है तो सबसे पहले उसके दिमाग में गोल्डफिश का ही नाम आता है. 1 Goldfish Scientific naam kya hai Carassius Auratus2 गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है कैरासियस ऑराटस3 Goldfish Age – Pond, River 40 साल4 Goldfish Age – Aquarium 7 से 8 सालगोल्डफिश (Goldfish) का साइंटिफिक वर्गीकरण (Scientific Classification Of Goldfish)1 गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम: कैरासियस औराटस (Carassius auratus)2 गोल्डफिश का लैटिन नाम: कैरासियस गिबेलियो फॉर्मा ऑराटस3 गोल्डफिश का हिंदी नाम : सुनहरी मछली (Goldfish)4 गोल्डफिश की उम्र: 7-8 साल5 PH Range: 6. 11 वजन : 3 किलो तक12 भोजन : शैवाल, कीट, लार्वा13 मूल श्रोत : चीन14 सम्भोग का समय : अप्रैल-अगस्त15 तैराकी क्षेत्र : पानी के सतह के नीचे16 पानी का तापमान : 18 – 26 डिग्री सेल्सिअस17 प्रजातियां : 300 से अधिकअधिक जानकारी क लिए निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करेWeb Link : https://webpuran.
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2022-03-22
इस दिन से हिंदू नववर्ष भी शुरू होता है. इस दिन राहु पहले से ही मेष राशि मे/Rahu in Aries होंगे और चंद्रमा सुबह 11: 21 (भारतीय मानक समय अनुसार) पर मेष राशि में प्रवेश/Moon Enter in Aries करेंगे जिसके चलते ग्रहण योग का निर्माण होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु मिलकर सूर्य और चंद्रमा को ग्रहण लगाते हैं। सूर्य को आत्मा, आत्मविश्वास व इच्छा शक्ति का और चंद्रमा को मन, संवेदनाओं व भावनाओं का कारक ग्रह माना जाता है। जब किसी भी व्यक्ति की कुंडली/Kundli में बारह भावों में से किसी भी एक भाव में सूर्य या चंद्रमा की राहु या केतु से युति हो तो ग्रहण योग बनता है। इस योग में सूर्य(आत्मा, आत्मविश्वास, इच्छा शक्ति) व चन्द्रमा( मन, भावनाएं व संवेदनाएं) राहु या केतु की चपेट में आ जाते हैं जिसके चलते व्यक्ति का आत्मविश्वास डगमगा सकता है. ज्योतिष में राहु माया(अज्ञानता, अंधकार) का कारक है इसलिए यह योग आत्मा(सूर्य) व मन(चंद्रमा) पर माया(राहु) के आवरण को दर्शाता है।इन दो राशियों पर पड़ेगा ग्रहण योग का सबसे ज्यादा असरमेष राशि:आपकी मानसिक शांति भंग रह सकती है. प्रेम व वैवाहिक जीवन में मनमुटाव हो सकता है. प्रेम व वैवाहिक जीवन में झगड़े होने की संभावना है.
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2023-02-27
एसिडिटी और गैस का इलाज:- दोस्तों आज हम अपनी इस लेख में आपके लिए गैस और एसिडिटी से जोड़ी कुछ जानकारी लेकर आए हैं।यूं तो गैस और एसिडिटी Acidity दोनों ही पाचन संबंधी समस्याएं हैं। और इनका होना भी एक सामान्य प्रक्रिया है, और सभी जीवो में सामान्य रूप से होती है चाहे वह मनुष्य हो या पशु-पक्षी हो।गैस क्या है? जो कुछ भी हम खाते हैं, पीते हैं उसके साथ वायु हमारे शरीर में प्रवेश करती है और उसी से यह गैस बन जाती है। गैस बनने के कारण- कुछ लोगों को खाली पेट रहने से गैस बनती है और फिर यह गैस सिर में चढ जाती है, जिसकी वजह से जी मिचलाता है और उल्टी का मन करता है, कभी-कभी ज्यादा तला हुआ या भारी भोजन करने से गैस बनती है, देर से खाना खाकर सो जाने से गैस बन जाती है। गैस बनने के कई कारण है किसी किसी को गैस गोभी खाने से, मटर खाने से, मूंगफली खाने से, पनीर खाने से, फलियां खाने से, सेब खाने से आदि कई चीजों से बनती है, कभी-कभी पेट साफ ना होने की वजह से भी गैस बन जाती है।कुछ लोगों को सफर में सफोकेशन की वजह से भी गैस बन जाती है। कभी-कभी गैस शरीर में अटक जाती है (जैसे कि सिर में,हाथ में,सीने में या पेट में कहीं भी )जो की बहुत पीड़ा दाई होती है। ऐसा होने पर डॉक्टर के पास जाना ही पड़ता हैं। गैस मुंह से डकार के रूप में निकलती है और मलाशय से हवा के रूप में निकलती हैं। गैस दुर्गंध वाली हो सकती है।गैस कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, मीथेन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बनी होती है। जब यह गैस दुर्गंध वाली होती है तो इसका मतलब होता है कि हमारा पेट साफ नहीं है या हमें कब्ज है। गैस का इलाज:- अगर डॉक्टरस की बात करें तो डॉक्टरस सुबह खाली पेट पैंटॉप गोली रिकमेंड करते हैं।आजकल के आधुनिक आयुर्वेदिक प्रोडक्ट मैं यह सब Fruits & Herbs आराम से आपको कोल्ड प्रेस शुगर फ्री मिल जाते हैं आप खुद इनका चयन करके. इनका उपयोग रोज के प्रोटीन विटामिन मिनरल्स की पूर्ति के लिए कर सकते हैं. रोज सुबह व्यायाम करें।7. ओवर ईटिंग से बचें।10.
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