Think With Niche 2022-06-20
Post Highlightदुनियाभर में शरणार्थियों के साहस और शक्ति को सम्मानित करने के लिए हर साल 20 जून को विश्व शरणार्थी दिवस (World Refugee Day) मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र इस दिन को उन शरणार्थियों को सम्मानित करने के लिए मनाता है, जिन्हें उनके घरों से बाहर रहने के लिए मजबूर किया गया है। यह दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि नए देशों में शरणार्थियों के लिए समझ और सहानुभूति का निर्माण किया जा सके और इन लोगों को विश्व में पहचान मिल सके। ये लोग दूसरे देशों में जाकर खुद के जीवन को दोबारा से अच्छे से बिता सके। साथ ही उन्हें यह एहसास दिलाया जा सके कि वे न केवल जीवित रहेंगे, बल्कि अपने अधिकारों और सपनों को प्राप्त करने की दिशा में भी कामयाब होंगे। इसलिए दुनिया भर की सरकारों को शरणार्थियों की रक्षा और समर्थन के लिए इस दिवस पर अपने कर्तव्यों का एहसास कराया जाता है। हर साल ‘वर्ल्ड रिफ्यूजी डे’ मनाने का मुख्य उद्देश्य शरणार्थियों के प्रति सम्मान व्यक्त करना है और इसके बारे में लोगों को जागरूक करना है।जब भी युद्ध होता है या फिर आतंकी हमले होते हैं तो इन हमलों से बचने के लिए हर मिनट में कई लोग अपने देश को खो देते हैं या फिर उन्हें अपना देश मजबूरी में छोड़ना पड़ता है। बस उन्ही लोगों के सम्मान में World Refugee Day विश्व शरणार्थी दिवस 20 जून को मनाया जाता है। यह एक ऐसा दिन है जब हम दुनिया भर के लाखों शरणार्थियों के लिए अपना सम्मान दिखाएंगे। संयुक्त राष्ट्र United Nations इस दिन को उन शरणार्थियों को सम्मानित करने के लिए मनाता है, जिन्हें उनके घरों से बाहर रहने के लिए मजबूर किया गया। इस दिन का उद्देश्य नए देशों में अपना जीवन बना रहे शरणार्थियों के लिए समझ और सहानुभूति का निर्माण करना है। चलिए आज इस आर्टिकल में World Refugee Day विश्व शरणार्थी दिवस के बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं कि विश्व शरणार्थी दिवस का इतिहास क्या है और दिन को मनाने का क्या उद्देश्य है।विश्व शरणार्थी दिवस (World Refugee Day) क्या है? पहली बार विश्व शरणार्थी दिवस 20 जून, 2001 को मनाया गया था। दुनिया भर में शरणार्थियों को सम्मानित करने के लिए, 20 जून को विश्व शरणार्थी दिवस या ‘वर्ल्ड रिफ्यूजी डे’ World Refugee Day मनाया जा जाता है। इसके लिए, दुनिया भर की सरकारों को शरणार्थियों की रक्षा और समर्थन Protecting and supporting refugees के लिए इस तिथि पर अपने कर्तव्यों का एहसास कराया जाता है। 2019 के अंत तक, दुनिया में जबरन विस्थापित होने वाले लोगों की अनुमानित संख्या लगभग 79. 5 मिलियन है।यह दिन दुनिया भर में शरणार्थियों की बुरी स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने Raising awareness of the plight of refugees और उनकी रक्षा करने के बारे में बताता है। 20 जून को हम शरणार्थियों के साहस, शक्ति और दृढ़ संकल्प का सम्मान करने के लिए विश्व शरणार्थी दिवस मनाते हैं। यानि दुनियाभर में शरणार्थियों के साहस और शक्ति को सम्मानित करने के लिए हर साल 20 जून को वर्ल्ड रिफ्यूजी डे मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र इस दिन को उन शरणार्थियों को सम्मानित करने के लिए मनाता है, जिन्हें उनके घरों से बाहर रहने के लिए मजबूर किया गया।संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आधिकारिक तौर पर 20 जून को वर्ल्ड रिफ्यूजी डे के तौर पर चिन्हित किया है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से ये दिन इसलिए भी मनाया जाता है ताकि नए देशों में शरणार्थियों के लिए समझ और सहानुभूति का निर्माण किया जा सके। इन लोगों के विस्थापन के पीछे उत्पीड़न, संघर्ष, हिंसा, मानवाधिकारों का उल्लंघन persecution, conflict, violence, human rights violations या सार्वजनिक व्यवस्थाओं को गंभीर रूप से परेशान करने वाली घटनाएं शामिल हैं। संघर्षों और आतंक के अलावा आज दुनिया में कई शरणार्थी ऐसे भी हैं जिन्हें प्राकृतिक आपदाओं जैसे सुनामी, भूकंप, बाढ़ Natural calamities like tsunami, earthquake, flood आदि के कारण अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके लिए दुनिया भर की सरकारों को शरणार्थियों की रक्षा और समर्थन के लिए इस तिथि पर अपने कर्तव्यों का एहसास कराया जाता है।पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में शरणार्थी रहते हैं। शरणार्थियों को निरंतर उत्पीड़न, संघर्ष और हिंसा से पीड़ित होकर अपना देश छोड़कर दूसरे देश में बसना पड़ता है। कुछ देशों में उन्हें शरण मिलती है लेकिन कुछ देशों से उन्हें बाहर निकाल दिया जाता है। कुछ देश उन्हें अपना तो लेते हैं लेकिन वो सम्मान और अधिकार नहीं मिल पाता है इसलिए हर साल ‘वर्ल्ड रिफ्यूजी डे’ मनाने का मुख्य उद्देश्य शरणार्थी के साहस, शक्ति और संकल्प के प्रति सम्मान व्यक्त करना है। हर साल 20 जून को अंतराष्ट्रीय समुदाय का विश्वभर के शरणार्थियों की हालत की तरफ ध्यान खींचने के लिए मनाया जाता है। पूरी दुनिया में 8 करोड़ महिलाएं, बच्चे और पुरुष शरणार्थी के तौर पर अपना जीवन बिता रहे हैं।रिफ्यूजी" या शरणार्थी कौन होते हैं? 1 मिलियन) देशों से हैं।संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष लाखों लोग शरणार्थियों के रुप में शरण लेते हैं। इसमें सबसे अधिक म्यांमार, लीबिया, लेबनान, बांग्लादेश, सीरिया, अफगानिस्तान, मलेशिया, यूनान और अफ्रीकी देशों Myanmar, Libya, Lebanon, Bangladesh, Syria, Afghanistan, Malaysia, Greece and African countries से लाखों लोग अपना देश छोड़कर शरण लेते हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 में 8. 5 मिलियन शरणार्थियों में से 26 मिलियन 18 वर्ष से कम आयु के हैं|वर्ल्ड रिफ्यूजी डे का इतिहास History of World Refugee Dayविश्व शरणार्थी दिवस पहली बार 20 जून 2001 को मनाया गया था। यह दिन 1951 के शरणार्थी समझौते की 50वीं वर्षगांठ पर मनाया गया था। शरणार्थियों की देख-भाल संयुक्त राष्ट्र की संस्था UNHCR करती है। संयुक्त राष्ट्र इस दिन को उन शरणार्थियों को सम्मानित करने के लिए मनाता है, जिन्हें उनके घरों से बाहर रहने के लिए मजबूर किया गया।दरअसल शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त UNHCR (United Nations High Commissioner for Refugees) का कार्यालय 1950 में, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, उन लाखों यूरोपीय लोगों की मदद के लिए बनाया गया था, जो अपने घर छोड़कर भाग गए थे या खो गए थे। कई राष्ट्र और क्षेत्र वर्षों से विश्व शरणार्थी दिवस पर समारोह आयोजित कर रहे हैं।4 दिसंबर 2000 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अफ्रीका के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। अफ्रीकी एकता संगठन Organisation of African Unity (OAU) ने 20 जून को अंतर्राष्ट्रीय शरणार्थी दिवस को अफ्रीका शरणार्थी दिवस के साथ मनाने का निर्णय लिया। उसके बाद से ही विधानसभा ने सहमति व्यक्त की कि 2001 से 20 जून को विश्व शरणार्थी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। बस फिर इस दिन को शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त द्वारा दुनिया भर में लगभग 14 मिलियन शरणार्थियों की दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए नामित किया गया था।Tags: world refugee day 2022, protecting and supporting refugees, raising awareness of the plight of refugeesइस लेख को पूरा पढ़ने के लिए कृपया लिंक पर क्लिक करें -लेटेस्ट हिंदी बिज़नेस न्यूज़ पढ़ने के लिए कृपया लिंक पर क्लिक करें -
Choosing to hire a professional home cleaning service is a decision produced to have a perpetually clean home, in addition to create more time for family. Enabling another person which not-so-entertaining obligation frees up much more time for you to control the methods it's invested. Find more information about Happy and Clean - professional cleaning services BramptonLegal Considerations in selecting a Home Cleaning ServiceVery first and absolutely primary, any expert service you are pondering or thinking about making use of needs to be bonded and covered by insurance. Health Things to consider in selecting a Home Cleaning ServiceIf you are sensitive to popular household substances, there are actually special situations that you have to take into account when choosing your cleaning service. This is applicable also if you should you prefer a a lot more 'green' approach to your cleaning routine.
How To Play Rummy Game Online and Earn Real Money Rummy Is a game played with at any rate 2 decks of cards and 2 jokers as an absolute necessity has for it?
One such added benefit of playing rummy online is that you can bring in cash as you play it.
Be that as it may, before you put your abilities and karma to a test, here are a bunch of rules you need to know in advance for an issue free match.
When playing Rummy with two, three, or four players, each player gets ten cards; when playing with five players, each player gets six cards.
If not, she discards one card from her hand, faces up onto the discard pile, and the turn of play moves to the accompanying player.
Thusly, if a blend including a Joker, subbing for the King of Clubs is put on the table, the accompanying player can put in the King of Clubs and get the Joker for use elsewhere.
Janata Darshan 2022-01-22
बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के जंगलों में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी का निधन हो गया। उनके साथ उनकी पत्नी और अन्य 11 सैन्य अधिकारियों की भी जानें गई। इस बात का दुख और चिंता पूरे देश को है। हादसे के बाद पूरे देश में मातम सा छा गया था। सीडीएस बिपिन रावत जी के खोने का दुख हर किसी को है। उनके अचानक इस प्रकार से चले जाने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि भारत का नया सीडीएस कौन होगा (Who will be new CDS of India)?