हमारी यह दुनिया अजूबों से भरी है आज हम आपको एक ऐसे ही अद्भुत स्थान से रुबूरू कराने जा रहे जिसका नाम है Dead Sea या मृत सागर। क्या आपको पता है मृत सागर दुनिया का मात्र ऐसा सागर है जिसमे आप चाहकर भी डूब नहीं सकते है |अगर आपको तैरना नहीं आता और आपकी दिली इच्छा समुद्र की सुनहरी लहरों और नीले नीले पानी का आनद लेने की है तो आपकी यह इच्छा बिल्कुल पूरी हो सकती है | मृत सागर जिसमे आपको तैरने कोई आवश्यकता ही नहीं है| यह सागर अपनी पानी की खूबियों के कारण आपको डूबने नहीं देगा|आइये जानते है मृत सागर (Dead Sea) और उसकी उन खूबियों के बारें में जिनके कारण दुनिया भर में यह सागर (Dead Sea) लोगो के बीच में बहुत प्रसिद है :-जानिये, क्यों नहीं उड़ता ताजमहल के ऊपर से हवाई-जहाज़मृत सागर कहां पर है?
(Mrit Sagar Kahan Sthit Hai)इजराइल देश के साल्ट लेक (Salt Lake) को मृत सागर के नाम से भी जाना जाता है, यह दुनिया का सबसे नीचला समुद्र है| इजराइल और जॉर्डन देशो के बीच स्थित यह समुद्र तट से 1375 फीट या 420 मीटर नीचे है | इसकी लम्बाई 65 km व चौड़ाई 18 km है| यह सागर नहीं बल्कि असलियत में एक झील है और इसे दुनिया में खारे पानी की सबसे निचली झील भी कहा जाता है|क्या होता है,फलों पर लगे स्टीकर का मतलब?मृत सागर की लवणता (Why Is The Dead Sea So Salty)ये एक ऐसा सागर है जिसमे आप डूब नहीं सकते हैं, यह समुद्र आपको डूबने नहीं देता इसका कारण इसका उच्चा घनत्व है | सादे पानी की तुलना में इसके पानी में 20 गुना ज्यादा ब्रोमीन, 50 गुना ज्यादा मैग्नीशियम व 10 गुना ज्यादा आयोडीन है | इसी कारण से ना तो यह पानी पीने योग्य है और न ही इसमे मौजूद नमक का इस्तेमाल किया जा सकता है |
डायबिटीज को हिंदी मधुमेह कहते है|यह क्या है?शरीर को ठीक से काम करने के लिए, रक्त में ग्लूकोज का एक स्वस्थ स्तर बनाए रखने की आवश्यकता होती है। मधुमेह में इस स्तर का संतुलन बिघड जाता है और यह शरीर में रक्त शर्करा को ग्लूकोज के रूप में संसाधित करने के तरीके को प्रभावित करने लगता है।ग्लूकोज आपके शरीर की ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। यह आपके कार्बोहाइड्रेट खाद्य पदार्थों से आता है, जैसे कि रोटी, पास्ता, चावल, अनाज, फल, स्टार्च वाली सब्जियां, दूध और दही।इनका सेवन करने से आपकी रक्त धारा आपके शरीर के चारों ओर ग्लूकोज को पहुंचाती है, और आपकी कोशिकाएं इसे ऊर्जा में बदल देती हैं। शरीर को इंसुलिन (insulin) की आवश्यकता होती है जिसका उत्पादन अग्न्याशय (Pancreas) में होता है। यह इन्सुलिन ग्लूकोज (glucose) को तोडकर आपकी कोशिकाओं में प्रवेश करने के लिए मददगार होता है|मधुमेह या डायबिटीज के मुख्यतः 2 प्रकार होते है (Types of Diabetes) –Type 1 डायबिटीजType 2 डायबिटीजटाईप 1 डायबिटीज-(Type 1 Diabetes)टाईप 1 में अग्न्याशय (Pancreas) (आपके पेट के पीछे का अंग) बहुत कम इंसुलिन या बिल्कुल भी इंसुलिन पैदा नहीं करता है। इंसुलिन एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला हार्मोन है, जो अग्न्याशय की बीटा कोशिकाओं द्वारा निर्मित होता है, जो शरीर को ऊर्जा के लिए चीनी का उपयोग करने में मदद करता है।टाईप 2 डायबिटीज–(Type 2 Diabetes)टाईप 2 में अग्न्याशय (Pancreas) इंसुलिन बनाता है, लेकिन बनाया गया इंसुलिन (insulin) उस तरह से काम नहीं करता जैसा उसे करना चाहिए। इस स्थिति को इंसुलिन प्रतिरोध या इंसुलिन रेजिस्टन्स (insulin resistance) कहा जाता है।मधुमेह वाले लगभग 5% लोगों में ही टाइप 1 होता है। यह पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से प्रभावित करता है। जबकी टाईप २ मधुमेह की संख्या दिन ब दिन बढती ही जा रही है। टाईप १ को ठीक करना बहुत कठीन होता है। जबकी टाईप 2 को रिवर्स कर सकते है। मधुमेह या टाईप 2 होने का मूल कारण इंसुलिन प्रतिरोध (insulin resistance) है .ऐसी 7 बाते हैं जो इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनते हैं| उन्हे इस प्रकार विभाजित किया जाता है|• आहार संबंधी चार कारण• व्यायाम संबंधी दो कारण• तनाव संबंधी एक कारणटाईप 2 मधुमेह में ये लक्षण देखे जाते है-• अधिक बार मूत्र आना, आमतौर पर रात में देखा जाता है• शुष्क मुँह• सामान्य से अधिक प्यास लगना• थकान, सुस्ती या जलन महसूस होना• खाए जाने के बावजूद लगातार भूख लगना• कट, घाव या अल्सर का धीरे-धीरे ठीक होना• खुजली, त्वचा में संक्रमण• मूत्राशय में संक्रमण• धुंधली दृष्टि• वजन में बदलाव – वजन में धीरे-धीरे वृद्धि• मिजाज में बदलाव• सिरदर्द• चक्कर आना• निचले पैरों और / या पैरों में दर्द या झुनझुनी होनामधुमेह के संभावित समाधान क्या हैं?आम तौर पर मधुमेह के होने का पता चलते ही उसे नियंत्रित करने पर ही ध्यान दिया जाता है। अँटी डायबेटीकी मेडिक्शन पर रखकर। जीन स्थितियो में शुगर नियंत्रण खो देती है वहा इन्सुलिन दिया जाता है या इन्सुलिन की आवश्यकता होती है। लगभग 10 साल पहले मधुमेह (diabetes) के रिवर्स होने के बारे में कोई नहीं जानता था। लेकिन अब अध्ययन के माध्यम से हमें रिवर्सल के 7 सत्य पता चल गए हैं और ये अनुभवजन्य सत्य हैं।फ्रिडम फ्रॉम डायबिटीज एक ऐसी संस्था है जो डायबिटीज रिवर्स करने में एक्स्पर्ट है। इस संस्था के संस्थापक डॉ प्रमोद त्रिपाठी जी है। डाएट, एक्सरसाईज, आंतरिक परिवर्तन और मेडिकल इन चार आधार स्तंभोपर काम करके इन्होने ९९,००० लोगो के जीवन में परिवर्तन लाया है।इन का डायबिटीज रिव्हर्सल प्रोग्रॅम एक बहुत बेहतरीं प्रोग्रॅम है जहाँ डॉक्टर, मेंटॉर, एक्सरसाईज एक्स्पर्ट, डीएटिशियन की मदद से चरण-दर-चरण डायबिटीज की दवा अथवा इन्सुलिन से फ्रिडम पाया जा सक्ती है।हमारे website को भेट देकर आप अनेक लोगो के बारे में जान सकते है जिन्होने अपना डायबिटीज रिवर्स किया है|