1 आंध्र प्रदेश भारत के समृद्धशाली राज्यों में शुमार है। यह भारत के दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
2 एक राज्य के रूप में आंध्र प्रदेश का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था।
3 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य की कुल जनसंख्या 4,9386,799 है। जिनमें पुरुषों व महिलाओं की संख्या क्रमशः 2,47,38,067 व 2,46,48,751 है।
4 आंध्र प्रदेश में कुल 13 जिले हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला कुरनूल व सबसे छोटा जिला श्रीकाकुलम है।
5 आंध्र प्रदेश की राजभाषा तेलुगु है इसे 88.5 फ़ीसदी लोगों द्वारा बोला है।
6 2011 की जनगणना के अनुसार इस राज्य की साक्षरता दर 67.4% है
7 आंध्र प्रदेश के शास्त्रीय नृत्यों में कुचिपुड़ी सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
8 आंध्र प्रदेश का भोजन ज्यादा मसालेदार होता है। यहां के व्यंजनों में काफी विविधता है। यहां की अचार व चटनी को हर घर में खाया जाता है जिसे तेलुगु भाषा में पच्चडी के नाम से जाना जाता है।
9 आंध्र प्रदेश में कृषि से राज्य को आय का मुख्य स्रोत है। यहां 62 फ़ीसदी हिस्से में खेती की जाती है। राज्य में चावल का उत्पादन 77 फीसदी भाग पर किया जाता है।
10 पर्यटन विभाग ने आंध्र प्रदेश को भारत का कोहिनूर बताया है। यहां तिरुपति बालाजी मंदिर, विशाखापट्टनम जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
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ram madhav भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव (Ram Mdhav) ने आंध्र प्रदेश के पार्टी नेताओं से ये बात कही.
अमरावती: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव (Ram Mdhav) ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के पार्टी नेताओं से कहा कि वे केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के सहारे न बैठे रहें, बल्कि 2024 में राज्य में सत्ता पाने के लिए पूरे दमखम के साथ काम करें.
यदि आप ऐसा करते हैं तो आप उसी एक प्रतिशत (2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले वोट) पर रहेंगे.’’ राम माधव ने कहा, ‘‘मोदी अगले 10-15 साल तक प्रधानमंत्री रहेंगे.
Delhi Elections 2020: दिल्ली में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा के लिए जो घोषणा पत्र जारी किया वह संकल्प पत्र नहीं ‘झांसा पत्र’ है।Delhi Elections 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा (BJP) ने शुक्रवार (31 जनवरी 2020) को अपना ‘संकल्प पत्र’ जारी किया। BJP ने इस घोषणा पत्र में दिल्ली की जनता से कई सारे वादे किए हैं, जिसकोे लेकर विपक्ष ने प्रतिक्रिया देते हुए कई सवाल खड़े किए हैं।दिल्ली में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि ‘यह संकल्प पत्र नहीं ‘झांसा पत्र’ है, भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जो वादे किए थे। उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया। जब विपक्ष ने उन वादों पर सवाल खड़े किए और वादों पर जवाब मांगा तो उन वादों को सरकार ने जुमला बता दिया। इस बार फिर से दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़े-बड़े वादे किए हैं। चुनाव जीतने के बाद एक भी वादा पूरा होने वाला नहीं है।’सुभाष चोपड़ा ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा के अपने चुनाव घोषणा पत्र में 10 लाख रोजगार देने की बात की है, जबकि भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में पूरे देश में