साल ल के अंत में बोर्ड परीक्षा देने वाले हर मेडिकल उम्मीदवार को इस दुविधा का सामना करना पड़ता है कि किसे अधिक प्राथमिकता दी जाए- बोर्ड परीक्षा या नीट परीक्षा। छात्रों को पता है कि नीट परीक्षा के योग्य होने के लिए उन्हें बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करना होगा, लेकिन साथ ही छात्रों को यह भी पता है कि नीट परीक्षा, बोर्ड परीक्षा के ठीक बाद आयोजित की जाती है। इसलिए, उनके लिए एक परीक्षा को दूसरी परीक्षा से अधिक इम्पोर्टेंस देना कठिन होता है। इसलिए, हम आपके लिए यह ब्लॉग लाए हैं जो आपकी मदद करेगा और आपको वह निर्णय लेने में मार्गदर्शन करेगा।
नीट परीक्षा पैटर्न में NCERT प्रश्नों का एक प्रमुख हिस्सा शामिल है और ज्यादातर वेटेज अंक कोंस्टीटूट करता है। इसलिए, NCERT के प्रश्नों और अभ्यासों को अच्छी तरह से दोहराना और अभ्यास करना महत्वपूर्ण है।
ध्यान से प्राथमिकता दें
नीट पाठ्यक्रम में कक्षा 12 के चैप्टर्स और टॉपिक्स शामिल हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको दोनों परीक्षाओं की तैयारी एक साथ करनी चाहिए।
कई स्कूल वास्तविक बोर्ड परीक्षा से एक महीने पहले प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित करते हैं। इसलिए, छात्रों को पूरे शैक्षणिक वर्ष में नीट की तैयारी को प्राथमिकता देनी चाहिए, लेकिन अपना ध्यान प्री-बोर्ड परीक्षा से दो सप्ताह पहले बोर्ड परीक्षा पर केंद्रित करना चाहिए।
अलग टाइम टेबल तैयार करें
अपनी NEET और बोर्ड परीक्षा की तैयारी को न मिलाएं। NEET और बोर्ड परीक्षाओं के लिए अलग-अलग टाइम-टेबल बनाएं। जब आप नीट की तैयारी को इम्पोर्टेंस दे रहे हों, तो नीट परीक्षा के लिए निर्धारित टाइम-टेबल का पालन करें, फिर प्री-बोर्ड परीक्षा से दो सप्ताह पहले बोर्ड परीक्षा की टाइम-टेबल का पालन करें।
स्टडी प्लान बनाएं
एक अध्ययन योजना बनाएं ताकि आप अध्ययन के लिए समर्पित समय, ब्रेक, आपको कितने सब्जेक्ट्स को कवर करना है, असाइनमेंट आदि निर्धारित करें। आप अपनी अध्ययन योजना को डेली प्लान, वीकली प्लान और मंथली प्लान में डिवाइड कर सकते हैं।