गांधीजी की पुस्तकों को विद्यार्थियों को जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इससे हमें गांधीजी के दृष्टिकोण तथा वर्तमान समय में उनके विचारों की प्रासंगिकता का पता चलता है। 2.
गांधीजी की आत्मकथा का नाम सत्य के प्रयोग है। इस किताब को उन्होंने साल 1920 में खत्म किया तथा इसे मूल भाषा गुजराती में लिखा गया। 3.
उन्होंने अपनी आत्मकथा में उनके बचपन के जीवन, उनका बाल विवाह तथा उनके आगे के जीवन के बारे बताया है। 4.
गांधीजी अपनी आत्मकथा प्रत्येक हफ्ते थोड़ी-थोड़ी लिखा करते थे तथा उनकी आत्मकथा उनके अखबार नवजीवन में 1925 से 1929 के दौरान प्रदर्शित हुई। 5.
इस किताब को गुजराती से अनुवादित करने का श्रेय महादेव देसाई को जाता है जिन्होंने 1940 में इसका अनुवाद किया। 6.
गुजराती भाषा में लिखी गई इस किताब को साल 1909 में जारी किया गया। इसके 1 साल बाद ही इस किताब पर 1910 में ब्रिटिश सरकार द्वारा पाबंदी लगा दी गई। 7.
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डायनासोर सरीसृप हैं जो पृथ्वी पर 251- 199 मिलियन साल पहले रहते थे। उस अवधि को त्रिआयामी काल कहा जाता है। 2.
अंटार्कटिका सहित सभी महाद्वीपों पर डायनासोर पाए जाते थे। 3.
डायनासोर त्रिक काल से लेकर जुरासिक काल तक क्रिटासियस अवधि के अंत तक रहते थे। यह 65 मिलियन साल पहले का समय था। 4.
कुछ डायनासोर शाकाहारी थे जबकि कुछ मांसाहारी थे। 5.
मगरमच्छ कुछ हद तक डायनासोर जैसे दिखते हैं, परंतु वे उनसे संबंधित नहीं हैं। 6.
पक्षी डायनासोर के प्रत्यक्ष वंशज हैं, वह काफी हद तक संबंधित है। 7.
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1 दादरा और नगर हवेली की राजधानी का नाम “सिलवास” है। 2 इसका क्षेत्रफल 491 वर्ग किलोमीटर है। 3 दादरा और नगर हवेली में पहले मराठों फिर पुर्तगालियों का शासन रहा। 11 अगस्त 1961 को यह भारतीय संघ में शामिल हुआ। 4 दादरा और नगर हवेली की जनसंख्या 343,709 (वर्ष 2011) थी। जिसमें से पुरुषों व महिलाओं की आबादी क्रमशः 193,748 और 149,961 थी। 5 दादरा और नगर हवेली की भाषाओं में भीली और भी भिलोड़ी प्रमुख है। यहां की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। इसके अलावा यहां पर गुजराती, मराठी, हिंदी जैसी भाषाएं बोली जाती हैं। 6 दादरा और नगर हवेली की जनजातियों द्वारा कई लोक नृत्य लिए जाते है, जैसे कि तरपा नृत्य, भावड़ा नृत्य , बोहड़ा नृत्य, ढोल नृत्य, अरहर नृत्य और तूर व थाली नृत्य आदि। 7 यहां की ढोडिया और वर्ली जनजातियां ‘दिवसों’ नामक त्योहार मनाती हैं। वही वर्ली, कोकना और कोली जनजातियां भावड़ा त्योहार मनाते है। 8 यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में वानगंगा लेक गार्डन, लुहारी, मिंजु और बाल उद्यान है। 9 दादरा और नगर हवेली के लोगों का खान-पान गुजराती खान-पान से काफी ज्यादा मिलता जुलता है। यहां पर ढोकला, दाल, जंगली मशरूम खाए जाते हैं। 10 यहां रहने वाली जनजातियों की शिल्प कारी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यह लोग दीवारों में अलग-अलग तरह के दृश्य बनाते हैं। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Dadra and Nagar Haveli in Hindi
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1 भारत में विलय से पहले पुडुचेरी को पांडिचेरी के नाम से जाना जाता था। बाद में इसका नाम पुडुचेरी कर दिया गया 2 तमिल भाषा मे पुडुचेरी नाम का अर्थ “नया गांव” होता है। 3 इस प्रदेश की वास्तुकला और संस्कृति में फ्रांसीसी संस्कृति से काफी मिलती-जुलती है। यही वजह है कि इसे भारत में ‘फ्रांस का मिनी वर्जन’ कहा जाता है। 4 2011 के जनगणना के मुताबिक यहां की कुल जनसंख्या 1,247,953 है जिसमें से पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या 612,643 व 635,310 है। 5 2011 में कई गई जनगणना के मुताबिक यहां की साक्षरता दर 85.85% है। 6 पुडुचेरी में 4 जिले हैं जिनके नाम पुडुचेरी, कराईकल, यनम और माहे है। 7 पुडुचेरी का गरडी नृत्य काफी लोकप्रिय है। इस नृत्य का जन्म पुडुचेरी में ही हुआ था। 8 पुडुचेरी के प्रमुख त्योहारों में गुड फ्राइडे, अक्षय तृतीया, बेस्टाइल डे, पोंगल, मासी मगम आदि प्रमुख है। 9 पुडुचेरी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में सेरेनिटी समुद्र तट, अरविंदो आश्रम और बोटैनिकल गार्डन शामिल है। 10 पुड्डुचेरी की आधिकारिक भाषाएं मलयालम, तेलुगु, तमिल और फ्रांसीसी है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Puducherry in Hindi
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गोदान हिंदी साहित्य की लोकप्रिय पुस्तकों में से एक है जिसके रचयिता मुंशी प्रेमचंद है। गोदान को पढ़ने के बाद आपको 1936 से लेकर वर्तमान समय में किसानों की दशा और दुर्दशा के बारे में जानकारी हासिल होगी। 2.
मधुशाला एक काव्यात्मक रचना है जिसके रचयिता डॉक्टर हरिवंश राय बच्चन है। यह 135 शब्दों का संग्रह है । 4.
यूँ तो भारत विभाजन में कई पुस्तकें लिखी गई लेकिन इनमें सबसे प्रमुख पुस्तक कितने पाकिस्तान मानी जाती है क्योंकि इस पुस्तक में भारत विभाजन की त्रासदी और हिंदू-मुस्लिम संबंध को उजागर किया गया है। इस पुस्तक को अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया है। 6.
आषाढ़ का एक दिन, मोहन राकेश द्वारा रचित है जिसे आधुनिक युग का नाटक भी कहा जाता है। 7.
तमस के रचयिता मुंशी प्रेमचंद है। यह भी भारत विभाजन पर आधारित किताब है। लेकिन यह अन्य किताबों से इस तरह अलग है क्योंकि इसमें यह बताया गया है कि किस तरह से योजनाबद्ध तरीके से हिंसा फैलाई गई और जिसका परिणाम भारत विभाजन के रूप में सामने आया। 8.
मानस का हंस अमृतलाल नागर की रचना है। इसे 1972 में प्रकाशित किया गया था यह गोस्वामी तुलसीदास के जीवन में कुछ काल्पनिक और कुछ यथार्थ किताब है। लेकिन यह किताब इस तरह अलग है क्योंकि इसमें यह बताया गया है कि किस तरह से योजनाबद्ध तरीके से हिंसा फैलाई गई और जिसका परिणाम भारत विभाजन के रूप में सामने आया। 9.
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1 आंध्र प्रदेश भारत के समृद्धशाली राज्यों में शुमार है। यह भारत के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। 2 एक राज्य के रूप में आंध्र प्रदेश का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। 3 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य की कुल जनसंख्या 4,9386,799 है। जिनमें पुरुषों व महिलाओं की संख्या क्रमशः 2,47,38,067 व 2,46,48,751 है। 4 आंध्र प्रदेश में कुल 13 जिले हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला कुरनूल व सबसे छोटा जिला श्रीकाकुलम है। 5 आंध्र प्रदेश की राजभाषा तेलुगु है इसे 88.5 फ़ीसदी लोगों द्वारा बोला है। 6 2011 की जनगणना के अनुसार इस राज्य की साक्षरता दर 67.4% है 7 आंध्र प्रदेश के शास्त्रीय नृत्यों में कुचिपुड़ी सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। 8 आंध्र प्रदेश का भोजन ज्यादा मसालेदार होता है। यहां के व्यंजनों में काफी विविधता है। यहां की अचार व चटनी को हर घर में खाया जाता है जिसे तेलुगु भाषा में पच्चडी के नाम से जाना जाता है। 9 आंध्र प्रदेश में कृषि से राज्य को आय का मुख्य स्रोत है। यहां 62 फ़ीसदी हिस्से में खेती की जाती है। राज्य में चावल का उत्पादन 77 फीसदी भाग पर किया जाता है। 10 पर्यटन विभाग ने आंध्र प्रदेश को भारत का कोहिनूर बताया है। यहां तिरुपति बालाजी मंदिर, विशाखापट्टनम जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Andhra Pradesh in Hindi
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1 प्राचीन काल में महाभारत में दिल्ली को ‘इंद्रप्रस्थ’ के रूप में उल्लिखित किया गया है। 2 दिल्ली को 1956 में केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला। और 1 फरवरी 1992 को इसे केंद्र शासित प्रदेश से ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली’ कर दिया गया। 3 दिल्ली के राजकीय पक्षी और राजकीय पशु, गौरैया व नीलगाय है। 4 दिल्ली में 11 जिले हैं जनसंख्या की दृष्टि से उत्तरी दिल्ली सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला है वहीं कनॉट प्लेस सबसे कम जनसंख्या वाला जिला है। 5 दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में हौज खास विलेज, कुतुब मीनार, लाल किला और जमा मस्जिद आदि प्रमुख है। 6 यहां कई उत्सव मनाएं जाते है जिनमें शालीमार उत्सव, रोशनारा उत्सव, आम महोत्सव, जहाने-ख़ुसरो उत्सव आदि प्रमुख है। 7 दिल्ली की आधिकारिक भाषा हिंदी है इसके अलावा यहां हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी भाषाएं भी बोली जाती है। 8 दिल्ली का सबसे ऊंचा स्थान ‘भाटीगांव’ है समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 322 मीटर है। 9 दिल्ली की आजादपुर मंडी एक को एशिया की सबसे बड़ी मंडी कहा जाता है। 10 दिल्ली में अलग-अलग धर्मों, समुदायों के लोग निवास करते हैं इसीलिए यहां पर भारत में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों को मनाया जाता है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Delhi in Hindi
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1 तेलंगाना पहले आंध्र प्रदेश का हिस्सा था। लेकिन इसे आंध्र प्रदेश से अलग करके 2 जून 2014 को पृथक राज्य बनाया गया। 2 आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद को बनाया गया। 3 तेलंगाना नाम तेलुगु भाषा के ‘अंगना’ शब्द से निकला है जिसका अर्थ, ‘वह स्थान जहां पर तेलुगू बोली जाती है‘, होता है। 4 तेलंगाना में कुल जिलों की संख्या 31 है। 2014 में तेलंगाना में सिर्फ 10 जिले थे। बाद में 21 नए जिलों को इसमें जोड़ा गया। 5 तेलंगाना के अधिकारी भाषा तेलुगु है इसके साथ ही यहां उर्दू भी बड़ी संख्या में बोली जाती है। 6 तेलंगाना के प्रमुख त्योहारों के नाम बताउकम्मा और लश्कर बोनालु है। 7 तेलंगाना के पारंपरिक वेशभूषा साड़ी है। यहां पर 2 साड़ियां पोचंपल्ली साड़ी और गडवाल साड़ी काफी प्रसिद्ध है। 8 तेलंगाना के प्रसिद्ध व्यंजनों में जोन्न रोटी (ज्वार रोटी), अपपुडी पिंडी (टूटा हुआ चावल), सज्जा रोटी (बाजरे की रोटी) आदि शामिल है। 9 इस राज्य का प्राचीन नित्य पेरीनी शिवतंदवम या पेरीनी थांडवम है। 10 तेलंगाना के प्रमुख पर्यटन स्थलों में वारंगल, निजामाबाद व मेदक शहर प्रमुख है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Telangana in Hindi
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1 अग्नि की उड़ान एपीजे अब्दुल कलाम की आत्मकथा है जिसमें एपीजे अब्दुल कलाम के बचपन से लेकर उनके पूरे जीवन सफर के बारे में बताया गया है। इस किताब का प्रकाशन 1999 में किया गया था। 2 रिच डैड पुअर डैड बेस्टसेलर किताब मानी जाती है। विश्व भर में इस किताब ने काफी ज्यादा प्यार हासिल किया। इस किताब में आपको जीवन में अमीर और सफल बनने के उपायों के बारे में बताया गया है। 3 सोचिए और अमीर बनिए किताब के लेखक का नाम नेपोलियन है जिन्होंने जीवन में सफलता हासिल कर और अमीर बनने के तरीकों के बारे में बताया है। 4 जैसा तुम सोचते हो, किताब के लेखक जेम्स एलेन हैं। इस किताब के कवर में आपको एक आधी भरी और आधी खाली गिलास दिखाई देगी। इस किताब में वे यह कहना चाहते हैं कि लोगों का दृष्टिकोण उनके व्यवहार, उनके कार्य और जीवन में सफलता हासिल करने में काफी ज्यादा निर्भर करता है क्योंकि कुछ लोग एक गिलास को खाली देखते हैं तो वही कुछ लोग उसी गिलास को आधा भरा देखते हैं। 5 विटामिन जिंदगी के लेखक ललित कुमार है। यह हिंदी की काफी लोकप्रिय किताब मानी जाती है। इस किताब को तीन भागों में बांटा गया है जिसमें गिरना, संभलना और उड़ना शामिल है। 6 जीवन उजागर किताब भी एक हिंदी पुस्तिका है जो कि स्नेह लता के द्वारा लिखी गई है यह किताब मुख्यतः काव्यात्मक किताब है। 7 सोच बड़ी कामयाबी, के लेखक डेल कारनेगी है जिन्होंने अपनी किताब में कम्युनिकेशन यानी कि संचार और अपनी बातों को दूसरे के सामने रखने के तरीकों के बारे में बताया है। 8 लोक व्यवहार प्रभावशाली व्यक्तित्व भी डेल कारनेगी के द्वारा लिखी गई है। यह उनकी पुस्तक हाउ टो विन फ्रेंड्स एंड इनफ्लुएंस पीपल का हिंदी अनुवाद है। 9 टाइम मैनेजमेंट, किताब में लेखक सुधीर ने समय प्रबंधन के कई सिद्धांतों के बारे में बताया है। 10 मधुशाला, हरिवंश राय बच्चन की काव्यात्मक किताब है। इस किताब में कविताओं के जरिए कई मुद्दों की चर्चा की गई है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - 10 Most Motivational Books in Hindi
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1 अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह 572 छोटे और बड़े द्वीपों से मिलकर बना हुआ है। 2 भारतीय तिरंगे को सबसे पहले अण्डमान और निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में ही लहराया गया था। 3 अण्डमान और निकोबार में 3 जिले है जो कि दक्षिण अण्डमान जिला, निकोबार जिला, उत्तर मध्य अण्डमान जिला है। 4 अण्डमान और निकोबार की प्रमुख भाषाएं बांग्ला, मलयालम, मराठी, तेलुगू, तमिल, निकोबारी भाषा और हिंदी है। 5 इस द्वीप की मुख्य जनजाति जारवा है जिनकी संख्या 380 है। 6 अण्डमान और निकोबार में दुनिया का सबसे बड़ा कछुआ “Dermocheleys Coriacea” पाया जाता है। और यहां दुनिया का सबसे छोटा कछुआ “ओलिव राइडली” भी पाया जाता है। 7 अण्डमान और निकोबार द्वीप में “कोकोनट क्रैब” पाया जाता है। जिसकी लंबाई 1 मीटर तक होती है। इस क्रैब नारियल खाना पसंद होता है। 8 भारत के ₹20 के नोट के पीछे के हिस्से में बना द्वीप, अण्डमान और निकोबार द्वीप है। 9 इस द्वीप में रहने वाली जारवा जनजाति पिछले 55,000 सालों से यहां निवास कर रही है। 10 यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में हैवलॉक द्वीप, बैरन द्वीप व पोर्ट ब्लेयर प्रमुख है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Andaman and Nicobar Islands in Hindi
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1 लक्षद्वीप को पहले मिनिकॉय, लेक डाइव तथा अमिंडी ठीक के नाम से जाना जाता था। बाद में इसका नाम बदलकर लक्षद्वीप रखा गया। 2 राज्यों के पुनर्गठन के दौरान लक्षद्वीप को मद्रास से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। इसकी स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी। 3 2011 की जनगणना के अनुसार इसकी जनसंख्या 64,473 थी। जिनमें पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या क्रमशः 33,123 और 31,350 है। 4 लक्षद्वीप केरल के काफी करीब है इस वजह से यहां की भाषा मलयालम है। 5 यहां की साक्षरता दर 91.85%(2011) है। जिसमें पुरुष साक्षरता दर 95.56 और महिला साक्षरता दर 87.95% है। 6 लक्षद्वीप में रहने वाली जनजातियों में मेलाचेरी, मल्मी, कोयस, अमिनीदीवी जनजाति प्रमुख है। 7 लक्षदीप का प्रमुख भोजन मछली है। इसके अलावा यहां के प्रमुख व्यंजनों में इडली, डोसा, सांभर आदि शामिल है। 8 लक्षदीप की जलवायु काफी सुहावनी है क्योंकि यहां समुद्र के किनारे गर्मी के दौरान भी अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक ही रहता है। 9 लक्षद्वीप का क्षेत्रफल 32.62 वर्ग किलोमीटर है। 10 लक्ष्यदीप में कुल 36 द्वीप है लेकिन इनमें से सिर्फ 10 द्वीप में ही जीवन मौजूद है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Lakshadweep in Hindi
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1 तमिलनाडु दक्षिण भारत में स्थित है। इसकी राजधानी चेन्नई है जो कि देश का चौथा सबसे बड़ा शहर है। 2 ‘तमिलनाडु’ दो शब्दों के मेल तमिल और नाडु से बना है। इन शब्दों का अर्थ होता है तमिलों का घर या तमिलों का देश। 3 तमिलनाडु का क्षेत्रफल 130,058 वर्ग किलोमीटर है। 4 तमिलनाडु की कुल जनसंख्या 72,147,030 है जिसमें से पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या क्रमशः 36,1 45,807 और 36,001,223 है। 5 तमिलनाडु की साक्षरता दर 80.09% है। जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 86.74% व महिलाओं की साक्षरता दर 73.45% है। 6 तमिलनाडु में कुल जिले 38 है। जनसंख्या की दृष्टि से इसका सबसे बड़ा जिला चेन्नई तथा क्षेत्रफल की दृष्टि से इसका सबसे बड़ा जिला कोयंबटूर है। 7 तमिलनाडु की आधिकारिक भाषा तमिल है। 8 तमिलनाडु का मुख्य भोजन चावल है। यहां के लोग चावल और चावल से बने खाद्य पदार्थ खाना पसंद करते है। 9 पर्यटकों के लिए तमिलनाडु काफी आकर्षक राज्य हैं। यहां चेन्नई, उल्टी कन्याकुमारी समेत कई पर्यटन स्थल है। 10 जनसंख्या की दृष्टि से तमिलनाडु भारत का छठा बड़ा राज्य है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Tamil Nadu in Hindi
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1 ब्राजील की एलेन डेविडसन (Elaine Davidson) ने मोस्ट पियर्सड वुमन (सबसे ज्यादा पियर्सिंग वाली महिला) के नाम का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। 2 साल 2010 में राजस्थान के राम सिंह ने सबसे लंबी मूंछों का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवाया। उनके मूंछों की लंबाई 18 फीट है। 3 साल 2012 में क्रिस वॉल्टन (Christine Walton)ने सबसे लंबे नाखूनों का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। उनके नाखूनों की लंबाई 10 फीट 2 इंच है। 4 ब्रिटेन के गैरी टर्नर (Gary Turner) के नाम सबसे स्ट्रैची स्किन(Stretchiest Skin) का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। गैरी अपने पेट की स्किन को 6.25 इंच तक खींच सकते हैं। दरअसल गैरी एक एहलर्स-डानलोस (Elhers-Danlos Syndrome) नामक बीमारी से ग्रसित है। तभी उनकी स्किन इतनी खींच जाती है। 5 चीन के रुआन (Ruan Liangming) ने करीब 6,37,000 मधुमक्खियों को अपने शरीर पर चिपकाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उन मधुमक्खियों का वजन करीब 63.7 किलो था। 6 रूस की एकातेरिना लिसिना (Ekaterina Lisina) ने सबसे लंबे पैरों का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करवाया। उनके बाएं पैर की लंबाई 132.8 सेमी तथा उनके दाएं पैर की लंबाई 132.2 सेमी है। 7 इजोबेल वर्ली के नाम पर शरीर में सबसे ज्यादा टैटू बनवाने का रिकॉर्ड दर्ज है। 49 साल की थी उम्र में उन्होंने अपने शरीर में सबसे पहला टैटू बनवाया। उनके शरीर का 93 फीसदी हिस्सा टैटू से ढका हुआ है। 8 रॉल्फ बुचोल्ज ने अपने चेहरे पर सबसे ज्यादा पियर्सिंग का रिकॉर्ड दर्ज करवाया है। उनके चेहरे पर करीब 453 पियर्सिंग है। 9 साल 2012 कैलिफोर्निया के निक स्टॉएबरल के नाम सबसे लंबी जीभ का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। उनके जीभ की कुल लंबाई 10.10 सेंटीमीटर है। 10 गुजरात की निलांशी पटेल के नाम 2018 में सबसे लंबे बालों का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज था। साल 2019 में उनके बालों की लंबाई 6 फुट 3 इंच हुई तो दुबारा उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - Bizarre World Records in Hindi
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शुतुरमुर्ग दुनिया का सबसे बड़ा पक्षी है। शुतुरमुर्ग 9 फीट अथवा 2.7 meters तक बढ़ सकता है। 2.
एक स्वस्थ शुतुरमुर्ग का वजन 250-350 पाउंड होता है। शुतुरमुर्ग सबसे अधिक वजन वाले पक्षी हैं। 3.
शुतुरमुर्ग मुख्यतः अफ्रीकी सवाना (African Savanna) में पाए जाते है। हालांकि अब वे अपने पंखों के उपयोग के कारण दुनिया भर में रखे जाते हैं। 4.
शुतुरमुर्ग की बड़ी आंखें होती हैं। वास्तव में शुतुरमुर्ग की सभी भू स्तनधारियों में सबसे बड़ी आंखें होती हैं। 6.
शुतुरमुर्ग के पैर बहुत शक्तिशाली होते हैं और बंद पंजे होते हैं। 7.
एक शुतुरमुर्ग की आंखें 2 इंच तक बड़ी होती है। 8.
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1 लद्दाख को साल 2019 में भारत का नवा केंद्र शासित प्रदेश बना। 2 लद्दाख में बोली जाने वाली भाषाओं में तिब्बतियन, लद्दाखी और उर्दू भाषा शामिल है। 3 लद्दाख के पुरुष “Goucha” नामक एक ऊनी कपड़ा पहनते हैं। वहीं यहां की महिलाएं “Kuntop” और “Bok” नामक वस्त्र पहनती है। 4 लद्दाख के प्रमुख पर्यटन स्थलों में लेह पैलेस, लेह मस्जिद और स्टॉक पैलेस शामिल है। 5 लद्दाख में बौद्ध और मुस्लिम धर्म की जनसंख्या ज्यादा है। 6 लद्दाख क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े केंद्र शासित प्रदेशों में गिना जाता है। इसका क्षेत्रफल 59146 वर्ग किलोमीटर है। 7 यह जनसंख्या की दृष्टि से कम आबादी वाला केंद्र शासित प्रदेश है साल 2011 के मुताबिक यहां की जनसंख्या 2,74289 है। 8 लद्दाख के प्रमुख व्यंजनो में याक चीज़, टीमों और मक्खन वाली चाय प्रमुख है। 9 लद्दाख का सबसे लोकप्रिय त्योहार “Hems Tse-chu”.
है। इसके अलावा यहां पर बौद्ध धर्म के लोगों का प्रमुख त्योहार “Dosmoche Festival” है। 10 लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील को दुनिया की सबसे ज्यादा खारे पानी की झील कहा जाता है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Ladakh in Hindi
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1 पश्चिम बंगाल 26 जनवरी 1950 को स्थापित हुआ था। 2 अंग्रेजों से आजादी के बाद 1947 में बंगाल का विभाजन हुआ था जिसमें से मुस्लिम बहुल क्षेत्रों को पूर्वी बंगाल और हिंदू बहुल क्षेत्र को पश्चिमी बंगाल में विभाजित किया गया था। पूर्वी बंगाल आज बांग्लादेश के रूप में जाना जाता है। 3 राज्य का क्षेत्रफल 88,742 वर्ग किलोमीटर है। इसके राज्यों/देशों में बांग्लादेश, झारखंड और बिहार, भूटान और सिक्किम व असम राज्य हैं। 4 पश्चिम बंगाल की जनसंख्या 91,276,115 थी। जिसमें पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या क्रमशः 46,808,264 और 44,467,851 है। 5 2011 के हिसाब से यहां की धार्मिक आबादी 64,385,546 (हिंदू धर्म) और 24,654,825 (इस्लाम धर्म) है। 6 पश्चिम बंगाल की भाषाएं बांग्ला और हिंदी है। इसके अलावा यहां अंगिका ,टोटो भाषा, नेपाली भाषा, माल्टो भाषा, लेपचा, संथाली, राजबोंगशी तथा नेपाली आदि भाषाएं बोली जाती है। 7 पश्चिम बंगाल का मुख्य भोजन मछली भात है वहीं यहां के रसगुल्ले भी काफी प्रसिद्ध है। 8 पश्चिम बंगाल की पारंपरिक परिधान व प्रसिद्ध परिधान तांत साड़ी है। वहीं पुरुषों में धोती कुर्ता है। 9 पश्चिम बंगाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में सुंदरबन पार्क, मुर्शिदाबाद, कोलकाता, दार्जिलिंग आदि शामिल है। 10 साल 2011 के मुताबिक पश्चिम बंगाल की साक्षरता दर 76.26% है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of West Bengal in Hindi
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गांधीजी की पुस्तकों को विद्यार्थियों को जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इससे हमें गांधीजी के दृष्टिकोण तथा वर्तमान समय में उनके विचारों की प्रासंगिकता का पता चलता है। 2.
गांधीजी की आत्मकथा का नाम सत्य के प्रयोग है। इस किताब को उन्होंने साल 1920 में खत्म किया तथा इसे मूल भाषा गुजराती में लिखा गया। 3.
उन्होंने अपनी आत्मकथा में उनके बचपन के जीवन, उनका बाल विवाह तथा उनके आगे के जीवन के बारे बताया है। 4.
गांधीजी अपनी आत्मकथा प्रत्येक हफ्ते थोड़ी-थोड़ी लिखा करते थे तथा उनकी आत्मकथा उनके अखबार नवजीवन में 1925 से 1929 के दौरान प्रदर्शित हुई। 5.
इस किताब को गुजराती से अनुवादित करने का श्रेय महादेव देसाई को जाता है जिन्होंने 1940 में इसका अनुवाद किया। 6.
गुजराती भाषा में लिखी गई इस किताब को साल 1909 में जारी किया गया। इसके 1 साल बाद ही इस किताब पर 1910 में ब्रिटिश सरकार द्वारा पाबंदी लगा दी गई। 7.
1 अग्नि की उड़ान एपीजे अब्दुल कलाम की आत्मकथा है जिसमें एपीजे अब्दुल कलाम के बचपन से लेकर उनके पूरे जीवन सफर के बारे में बताया गया है। इस किताब का प्रकाशन 1999 में किया गया था। 2 रिच डैड पुअर डैड बेस्टसेलर किताब मानी जाती है। विश्व भर में इस किताब ने काफी ज्यादा प्यार हासिल किया। इस किताब में आपको जीवन में अमीर और सफल बनने के उपायों के बारे में बताया गया है। 3 सोचिए और अमीर बनिए किताब के लेखक का नाम नेपोलियन है जिन्होंने जीवन में सफलता हासिल कर और अमीर बनने के तरीकों के बारे में बताया है। 4 जैसा तुम सोचते हो, किताब के लेखक जेम्स एलेन हैं। इस किताब के कवर में आपको एक आधी भरी और आधी खाली गिलास दिखाई देगी। इस किताब में वे यह कहना चाहते हैं कि लोगों का दृष्टिकोण उनके व्यवहार, उनके कार्य और जीवन में सफलता हासिल करने में काफी ज्यादा निर्भर करता है क्योंकि कुछ लोग एक गिलास को खाली देखते हैं तो वही कुछ लोग उसी गिलास को आधा भरा देखते हैं। 5 विटामिन जिंदगी के लेखक ललित कुमार है। यह हिंदी की काफी लोकप्रिय किताब मानी जाती है। इस किताब को तीन भागों में बांटा गया है जिसमें गिरना, संभलना और उड़ना शामिल है। 6 जीवन उजागर किताब भी एक हिंदी पुस्तिका है जो कि स्नेह लता के द्वारा लिखी गई है यह किताब मुख्यतः काव्यात्मक किताब है। 7 सोच बड़ी कामयाबी, के लेखक डेल कारनेगी है जिन्होंने अपनी किताब में कम्युनिकेशन यानी कि संचार और अपनी बातों को दूसरे के सामने रखने के तरीकों के बारे में बताया है। 8 लोक व्यवहार प्रभावशाली व्यक्तित्व भी डेल कारनेगी के द्वारा लिखी गई है। यह उनकी पुस्तक हाउ टो विन फ्रेंड्स एंड इनफ्लुएंस पीपल का हिंदी अनुवाद है। 9 टाइम मैनेजमेंट, किताब में लेखक सुधीर ने समय प्रबंधन के कई सिद्धांतों के बारे में बताया है। 10 मधुशाला, हरिवंश राय बच्चन की काव्यात्मक किताब है। इस किताब में कविताओं के जरिए कई मुद्दों की चर्चा की गई है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - 10 Most Motivational Books in Hindi
डायनासोर सरीसृप हैं जो पृथ्वी पर 251- 199 मिलियन साल पहले रहते थे। उस अवधि को त्रिआयामी काल कहा जाता है। 2.
अंटार्कटिका सहित सभी महाद्वीपों पर डायनासोर पाए जाते थे। 3.
डायनासोर त्रिक काल से लेकर जुरासिक काल तक क्रिटासियस अवधि के अंत तक रहते थे। यह 65 मिलियन साल पहले का समय था। 4.
कुछ डायनासोर शाकाहारी थे जबकि कुछ मांसाहारी थे। 5.
मगरमच्छ कुछ हद तक डायनासोर जैसे दिखते हैं, परंतु वे उनसे संबंधित नहीं हैं। 6.
पक्षी डायनासोर के प्रत्यक्ष वंशज हैं, वह काफी हद तक संबंधित है। 7.
1 अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह 572 छोटे और बड़े द्वीपों से मिलकर बना हुआ है। 2 भारतीय तिरंगे को सबसे पहले अण्डमान और निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में ही लहराया गया था। 3 अण्डमान और निकोबार में 3 जिले है जो कि दक्षिण अण्डमान जिला, निकोबार जिला, उत्तर मध्य अण्डमान जिला है। 4 अण्डमान और निकोबार की प्रमुख भाषाएं बांग्ला, मलयालम, मराठी, तेलुगू, तमिल, निकोबारी भाषा और हिंदी है। 5 इस द्वीप की मुख्य जनजाति जारवा है जिनकी संख्या 380 है। 6 अण्डमान और निकोबार में दुनिया का सबसे बड़ा कछुआ “Dermocheleys Coriacea” पाया जाता है। और यहां दुनिया का सबसे छोटा कछुआ “ओलिव राइडली” भी पाया जाता है। 7 अण्डमान और निकोबार द्वीप में “कोकोनट क्रैब” पाया जाता है। जिसकी लंबाई 1 मीटर तक होती है। इस क्रैब नारियल खाना पसंद होता है। 8 भारत के ₹20 के नोट के पीछे के हिस्से में बना द्वीप, अण्डमान और निकोबार द्वीप है। 9 इस द्वीप में रहने वाली जारवा जनजाति पिछले 55,000 सालों से यहां निवास कर रही है। 10 यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में हैवलॉक द्वीप, बैरन द्वीप व पोर्ट ब्लेयर प्रमुख है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Andaman and Nicobar Islands in Hindi
1 दादरा और नगर हवेली की राजधानी का नाम “सिलवास” है। 2 इसका क्षेत्रफल 491 वर्ग किलोमीटर है। 3 दादरा और नगर हवेली में पहले मराठों फिर पुर्तगालियों का शासन रहा। 11 अगस्त 1961 को यह भारतीय संघ में शामिल हुआ। 4 दादरा और नगर हवेली की जनसंख्या 343,709 (वर्ष 2011) थी। जिसमें से पुरुषों व महिलाओं की आबादी क्रमशः 193,748 और 149,961 थी। 5 दादरा और नगर हवेली की भाषाओं में भीली और भी भिलोड़ी प्रमुख है। यहां की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। इसके अलावा यहां पर गुजराती, मराठी, हिंदी जैसी भाषाएं बोली जाती हैं। 6 दादरा और नगर हवेली की जनजातियों द्वारा कई लोक नृत्य लिए जाते है, जैसे कि तरपा नृत्य, भावड़ा नृत्य , बोहड़ा नृत्य, ढोल नृत्य, अरहर नृत्य और तूर व थाली नृत्य आदि। 7 यहां की ढोडिया और वर्ली जनजातियां ‘दिवसों’ नामक त्योहार मनाती हैं। वही वर्ली, कोकना और कोली जनजातियां भावड़ा त्योहार मनाते है। 8 यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में वानगंगा लेक गार्डन, लुहारी, मिंजु और बाल उद्यान है। 9 दादरा और नगर हवेली के लोगों का खान-पान गुजराती खान-पान से काफी ज्यादा मिलता जुलता है। यहां पर ढोकला, दाल, जंगली मशरूम खाए जाते हैं। 10 यहां रहने वाली जनजातियों की शिल्प कारी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यह लोग दीवारों में अलग-अलग तरह के दृश्य बनाते हैं। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Dadra and Nagar Haveli in Hindi
1 लक्षद्वीप को पहले मिनिकॉय, लेक डाइव तथा अमिंडी ठीक के नाम से जाना जाता था। बाद में इसका नाम बदलकर लक्षद्वीप रखा गया। 2 राज्यों के पुनर्गठन के दौरान लक्षद्वीप को मद्रास से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। इसकी स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी। 3 2011 की जनगणना के अनुसार इसकी जनसंख्या 64,473 थी। जिनमें पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या क्रमशः 33,123 और 31,350 है। 4 लक्षद्वीप केरल के काफी करीब है इस वजह से यहां की भाषा मलयालम है। 5 यहां की साक्षरता दर 91.85%(2011) है। जिसमें पुरुष साक्षरता दर 95.56 और महिला साक्षरता दर 87.95% है। 6 लक्षद्वीप में रहने वाली जनजातियों में मेलाचेरी, मल्मी, कोयस, अमिनीदीवी जनजाति प्रमुख है। 7 लक्षदीप का प्रमुख भोजन मछली है। इसके अलावा यहां के प्रमुख व्यंजनों में इडली, डोसा, सांभर आदि शामिल है। 8 लक्षदीप की जलवायु काफी सुहावनी है क्योंकि यहां समुद्र के किनारे गर्मी के दौरान भी अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक ही रहता है। 9 लक्षद्वीप का क्षेत्रफल 32.62 वर्ग किलोमीटर है। 10 लक्ष्यदीप में कुल 36 द्वीप है लेकिन इनमें से सिर्फ 10 द्वीप में ही जीवन मौजूद है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Lakshadweep in Hindi
1 भारत में विलय से पहले पुडुचेरी को पांडिचेरी के नाम से जाना जाता था। बाद में इसका नाम पुडुचेरी कर दिया गया 2 तमिल भाषा मे पुडुचेरी नाम का अर्थ “नया गांव” होता है। 3 इस प्रदेश की वास्तुकला और संस्कृति में फ्रांसीसी संस्कृति से काफी मिलती-जुलती है। यही वजह है कि इसे भारत में ‘फ्रांस का मिनी वर्जन’ कहा जाता है। 4 2011 के जनगणना के मुताबिक यहां की कुल जनसंख्या 1,247,953 है जिसमें से पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या 612,643 व 635,310 है। 5 2011 में कई गई जनगणना के मुताबिक यहां की साक्षरता दर 85.85% है। 6 पुडुचेरी में 4 जिले हैं जिनके नाम पुडुचेरी, कराईकल, यनम और माहे है। 7 पुडुचेरी का गरडी नृत्य काफी लोकप्रिय है। इस नृत्य का जन्म पुडुचेरी में ही हुआ था। 8 पुडुचेरी के प्रमुख त्योहारों में गुड फ्राइडे, अक्षय तृतीया, बेस्टाइल डे, पोंगल, मासी मगम आदि प्रमुख है। 9 पुडुचेरी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में सेरेनिटी समुद्र तट, अरविंदो आश्रम और बोटैनिकल गार्डन शामिल है। 10 पुड्डुचेरी की आधिकारिक भाषाएं मलयालम, तेलुगु, तमिल और फ्रांसीसी है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Puducherry in Hindi
1 तमिलनाडु दक्षिण भारत में स्थित है। इसकी राजधानी चेन्नई है जो कि देश का चौथा सबसे बड़ा शहर है। 2 ‘तमिलनाडु’ दो शब्दों के मेल तमिल और नाडु से बना है। इन शब्दों का अर्थ होता है तमिलों का घर या तमिलों का देश। 3 तमिलनाडु का क्षेत्रफल 130,058 वर्ग किलोमीटर है। 4 तमिलनाडु की कुल जनसंख्या 72,147,030 है जिसमें से पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या क्रमशः 36,1 45,807 और 36,001,223 है। 5 तमिलनाडु की साक्षरता दर 80.09% है। जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 86.74% व महिलाओं की साक्षरता दर 73.45% है। 6 तमिलनाडु में कुल जिले 38 है। जनसंख्या की दृष्टि से इसका सबसे बड़ा जिला चेन्नई तथा क्षेत्रफल की दृष्टि से इसका सबसे बड़ा जिला कोयंबटूर है। 7 तमिलनाडु की आधिकारिक भाषा तमिल है। 8 तमिलनाडु का मुख्य भोजन चावल है। यहां के लोग चावल और चावल से बने खाद्य पदार्थ खाना पसंद करते है। 9 पर्यटकों के लिए तमिलनाडु काफी आकर्षक राज्य हैं। यहां चेन्नई, उल्टी कन्याकुमारी समेत कई पर्यटन स्थल है। 10 जनसंख्या की दृष्टि से तमिलनाडु भारत का छठा बड़ा राज्य है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Tamil Nadu in Hindi
गोदान हिंदी साहित्य की लोकप्रिय पुस्तकों में से एक है जिसके रचयिता मुंशी प्रेमचंद है। गोदान को पढ़ने के बाद आपको 1936 से लेकर वर्तमान समय में किसानों की दशा और दुर्दशा के बारे में जानकारी हासिल होगी। 2.
मधुशाला एक काव्यात्मक रचना है जिसके रचयिता डॉक्टर हरिवंश राय बच्चन है। यह 135 शब्दों का संग्रह है । 4.
यूँ तो भारत विभाजन में कई पुस्तकें लिखी गई लेकिन इनमें सबसे प्रमुख पुस्तक कितने पाकिस्तान मानी जाती है क्योंकि इस पुस्तक में भारत विभाजन की त्रासदी और हिंदू-मुस्लिम संबंध को उजागर किया गया है। इस पुस्तक को अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया है। 6.
आषाढ़ का एक दिन, मोहन राकेश द्वारा रचित है जिसे आधुनिक युग का नाटक भी कहा जाता है। 7.
तमस के रचयिता मुंशी प्रेमचंद है। यह भी भारत विभाजन पर आधारित किताब है। लेकिन यह अन्य किताबों से इस तरह अलग है क्योंकि इसमें यह बताया गया है कि किस तरह से योजनाबद्ध तरीके से हिंसा फैलाई गई और जिसका परिणाम भारत विभाजन के रूप में सामने आया। 8.
मानस का हंस अमृतलाल नागर की रचना है। इसे 1972 में प्रकाशित किया गया था यह गोस्वामी तुलसीदास के जीवन में कुछ काल्पनिक और कुछ यथार्थ किताब है। लेकिन यह किताब इस तरह अलग है क्योंकि इसमें यह बताया गया है कि किस तरह से योजनाबद्ध तरीके से हिंसा फैलाई गई और जिसका परिणाम भारत विभाजन के रूप में सामने आया। 9.
1 ब्राजील की एलेन डेविडसन (Elaine Davidson) ने मोस्ट पियर्सड वुमन (सबसे ज्यादा पियर्सिंग वाली महिला) के नाम का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। 2 साल 2010 में राजस्थान के राम सिंह ने सबसे लंबी मूंछों का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवाया। उनके मूंछों की लंबाई 18 फीट है। 3 साल 2012 में क्रिस वॉल्टन (Christine Walton)ने सबसे लंबे नाखूनों का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। उनके नाखूनों की लंबाई 10 फीट 2 इंच है। 4 ब्रिटेन के गैरी टर्नर (Gary Turner) के नाम सबसे स्ट्रैची स्किन(Stretchiest Skin) का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। गैरी अपने पेट की स्किन को 6.25 इंच तक खींच सकते हैं। दरअसल गैरी एक एहलर्स-डानलोस (Elhers-Danlos Syndrome) नामक बीमारी से ग्रसित है। तभी उनकी स्किन इतनी खींच जाती है। 5 चीन के रुआन (Ruan Liangming) ने करीब 6,37,000 मधुमक्खियों को अपने शरीर पर चिपकाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उन मधुमक्खियों का वजन करीब 63.7 किलो था। 6 रूस की एकातेरिना लिसिना (Ekaterina Lisina) ने सबसे लंबे पैरों का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करवाया। उनके बाएं पैर की लंबाई 132.8 सेमी तथा उनके दाएं पैर की लंबाई 132.2 सेमी है। 7 इजोबेल वर्ली के नाम पर शरीर में सबसे ज्यादा टैटू बनवाने का रिकॉर्ड दर्ज है। 49 साल की थी उम्र में उन्होंने अपने शरीर में सबसे पहला टैटू बनवाया। उनके शरीर का 93 फीसदी हिस्सा टैटू से ढका हुआ है। 8 रॉल्फ बुचोल्ज ने अपने चेहरे पर सबसे ज्यादा पियर्सिंग का रिकॉर्ड दर्ज करवाया है। उनके चेहरे पर करीब 453 पियर्सिंग है। 9 साल 2012 कैलिफोर्निया के निक स्टॉएबरल के नाम सबसे लंबी जीभ का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। उनके जीभ की कुल लंबाई 10.10 सेंटीमीटर है। 10 गुजरात की निलांशी पटेल के नाम 2018 में सबसे लंबे बालों का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज था। साल 2019 में उनके बालों की लंबाई 6 फुट 3 इंच हुई तो दुबारा उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - Bizarre World Records in Hindi
1 आंध्र प्रदेश भारत के समृद्धशाली राज्यों में शुमार है। यह भारत के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। 2 एक राज्य के रूप में आंध्र प्रदेश का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। 3 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य की कुल जनसंख्या 4,9386,799 है। जिनमें पुरुषों व महिलाओं की संख्या क्रमशः 2,47,38,067 व 2,46,48,751 है। 4 आंध्र प्रदेश में कुल 13 जिले हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला कुरनूल व सबसे छोटा जिला श्रीकाकुलम है। 5 आंध्र प्रदेश की राजभाषा तेलुगु है इसे 88.5 फ़ीसदी लोगों द्वारा बोला है। 6 2011 की जनगणना के अनुसार इस राज्य की साक्षरता दर 67.4% है 7 आंध्र प्रदेश के शास्त्रीय नृत्यों में कुचिपुड़ी सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। 8 आंध्र प्रदेश का भोजन ज्यादा मसालेदार होता है। यहां के व्यंजनों में काफी विविधता है। यहां की अचार व चटनी को हर घर में खाया जाता है जिसे तेलुगु भाषा में पच्चडी के नाम से जाना जाता है। 9 आंध्र प्रदेश में कृषि से राज्य को आय का मुख्य स्रोत है। यहां 62 फ़ीसदी हिस्से में खेती की जाती है। राज्य में चावल का उत्पादन 77 फीसदी भाग पर किया जाता है। 10 पर्यटन विभाग ने आंध्र प्रदेश को भारत का कोहिनूर बताया है। यहां तिरुपति बालाजी मंदिर, विशाखापट्टनम जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Andhra Pradesh in Hindi
शुतुरमुर्ग दुनिया का सबसे बड़ा पक्षी है। शुतुरमुर्ग 9 फीट अथवा 2.7 meters तक बढ़ सकता है। 2.
एक स्वस्थ शुतुरमुर्ग का वजन 250-350 पाउंड होता है। शुतुरमुर्ग सबसे अधिक वजन वाले पक्षी हैं। 3.
शुतुरमुर्ग मुख्यतः अफ्रीकी सवाना (African Savanna) में पाए जाते है। हालांकि अब वे अपने पंखों के उपयोग के कारण दुनिया भर में रखे जाते हैं। 4.
शुतुरमुर्ग की बड़ी आंखें होती हैं। वास्तव में शुतुरमुर्ग की सभी भू स्तनधारियों में सबसे बड़ी आंखें होती हैं। 6.
शुतुरमुर्ग के पैर बहुत शक्तिशाली होते हैं और बंद पंजे होते हैं। 7.
एक शुतुरमुर्ग की आंखें 2 इंच तक बड़ी होती है। 8.
1 प्राचीन काल में महाभारत में दिल्ली को ‘इंद्रप्रस्थ’ के रूप में उल्लिखित किया गया है। 2 दिल्ली को 1956 में केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला। और 1 फरवरी 1992 को इसे केंद्र शासित प्रदेश से ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली’ कर दिया गया। 3 दिल्ली के राजकीय पक्षी और राजकीय पशु, गौरैया व नीलगाय है। 4 दिल्ली में 11 जिले हैं जनसंख्या की दृष्टि से उत्तरी दिल्ली सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला है वहीं कनॉट प्लेस सबसे कम जनसंख्या वाला जिला है। 5 दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में हौज खास विलेज, कुतुब मीनार, लाल किला और जमा मस्जिद आदि प्रमुख है। 6 यहां कई उत्सव मनाएं जाते है जिनमें शालीमार उत्सव, रोशनारा उत्सव, आम महोत्सव, जहाने-ख़ुसरो उत्सव आदि प्रमुख है। 7 दिल्ली की आधिकारिक भाषा हिंदी है इसके अलावा यहां हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी भाषाएं भी बोली जाती है। 8 दिल्ली का सबसे ऊंचा स्थान ‘भाटीगांव’ है समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 322 मीटर है। 9 दिल्ली की आजादपुर मंडी एक को एशिया की सबसे बड़ी मंडी कहा जाता है। 10 दिल्ली में अलग-अलग धर्मों, समुदायों के लोग निवास करते हैं इसीलिए यहां पर भारत में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों को मनाया जाता है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Delhi in Hindi
1 लद्दाख को साल 2019 में भारत का नवा केंद्र शासित प्रदेश बना। 2 लद्दाख में बोली जाने वाली भाषाओं में तिब्बतियन, लद्दाखी और उर्दू भाषा शामिल है। 3 लद्दाख के पुरुष “Goucha” नामक एक ऊनी कपड़ा पहनते हैं। वहीं यहां की महिलाएं “Kuntop” और “Bok” नामक वस्त्र पहनती है। 4 लद्दाख के प्रमुख पर्यटन स्थलों में लेह पैलेस, लेह मस्जिद और स्टॉक पैलेस शामिल है। 5 लद्दाख में बौद्ध और मुस्लिम धर्म की जनसंख्या ज्यादा है। 6 लद्दाख क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े केंद्र शासित प्रदेशों में गिना जाता है। इसका क्षेत्रफल 59146 वर्ग किलोमीटर है। 7 यह जनसंख्या की दृष्टि से कम आबादी वाला केंद्र शासित प्रदेश है साल 2011 के मुताबिक यहां की जनसंख्या 2,74289 है। 8 लद्दाख के प्रमुख व्यंजनो में याक चीज़, टीमों और मक्खन वाली चाय प्रमुख है। 9 लद्दाख का सबसे लोकप्रिय त्योहार “Hems Tse-chu”.
है। इसके अलावा यहां पर बौद्ध धर्म के लोगों का प्रमुख त्योहार “Dosmoche Festival” है। 10 लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील को दुनिया की सबसे ज्यादा खारे पानी की झील कहा जाता है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Ladakh in Hindi
1 तेलंगाना पहले आंध्र प्रदेश का हिस्सा था। लेकिन इसे आंध्र प्रदेश से अलग करके 2 जून 2014 को पृथक राज्य बनाया गया। 2 आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद को बनाया गया। 3 तेलंगाना नाम तेलुगु भाषा के ‘अंगना’ शब्द से निकला है जिसका अर्थ, ‘वह स्थान जहां पर तेलुगू बोली जाती है‘, होता है। 4 तेलंगाना में कुल जिलों की संख्या 31 है। 2014 में तेलंगाना में सिर्फ 10 जिले थे। बाद में 21 नए जिलों को इसमें जोड़ा गया। 5 तेलंगाना के अधिकारी भाषा तेलुगु है इसके साथ ही यहां उर्दू भी बड़ी संख्या में बोली जाती है। 6 तेलंगाना के प्रमुख त्योहारों के नाम बताउकम्मा और लश्कर बोनालु है। 7 तेलंगाना के पारंपरिक वेशभूषा साड़ी है। यहां पर 2 साड़ियां पोचंपल्ली साड़ी और गडवाल साड़ी काफी प्रसिद्ध है। 8 तेलंगाना के प्रसिद्ध व्यंजनों में जोन्न रोटी (ज्वार रोटी), अपपुडी पिंडी (टूटा हुआ चावल), सज्जा रोटी (बाजरे की रोटी) आदि शामिल है। 9 इस राज्य का प्राचीन नित्य पेरीनी शिवतंदवम या पेरीनी थांडवम है। 10 तेलंगाना के प्रमुख पर्यटन स्थलों में वारंगल, निजामाबाद व मेदक शहर प्रमुख है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of Telangana in Hindi
1 पश्चिम बंगाल 26 जनवरी 1950 को स्थापित हुआ था। 2 अंग्रेजों से आजादी के बाद 1947 में बंगाल का विभाजन हुआ था जिसमें से मुस्लिम बहुल क्षेत्रों को पूर्वी बंगाल और हिंदू बहुल क्षेत्र को पश्चिमी बंगाल में विभाजित किया गया था। पूर्वी बंगाल आज बांग्लादेश के रूप में जाना जाता है। 3 राज्य का क्षेत्रफल 88,742 वर्ग किलोमीटर है। इसके राज्यों/देशों में बांग्लादेश, झारखंड और बिहार, भूटान और सिक्किम व असम राज्य हैं। 4 पश्चिम बंगाल की जनसंख्या 91,276,115 थी। जिसमें पुरुषों व महिलाओं की जनसंख्या क्रमशः 46,808,264 और 44,467,851 है। 5 2011 के हिसाब से यहां की धार्मिक आबादी 64,385,546 (हिंदू धर्म) और 24,654,825 (इस्लाम धर्म) है। 6 पश्चिम बंगाल की भाषाएं बांग्ला और हिंदी है। इसके अलावा यहां अंगिका ,टोटो भाषा, नेपाली भाषा, माल्टो भाषा, लेपचा, संथाली, राजबोंगशी तथा नेपाली आदि भाषाएं बोली जाती है। 7 पश्चिम बंगाल का मुख्य भोजन मछली भात है वहीं यहां के रसगुल्ले भी काफी प्रसिद्ध है। 8 पश्चिम बंगाल की पारंपरिक परिधान व प्रसिद्ध परिधान तांत साड़ी है। वहीं पुरुषों में धोती कुर्ता है। 9 पश्चिम बंगाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में सुंदरबन पार्क, मुर्शिदाबाद, कोलकाता, दार्जिलिंग आदि शामिल है। 10 साल 2011 के मुताबिक पश्चिम बंगाल की साक्षरता दर 76.26% है। पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - History of West Bengal in Hindi